सप्तक्रांति और अधूरी आजादी को पूर्ण करने का सपना साकार हो रहा है : अर्जुन राम मेघवाल
जयप्रकाश नारायण की जयंती पर
लोकनायक जयप्रकाश नारायण अध्ययन विकास केंद्र, नई दिल्ली हर साल भारतरत्न जयप्रकाश नारायण की जयंती पर
वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित करता है । यह पुरस्कार देश के विभिन्न क्षेत्रों में अमूल्य योगदान देनेवाले को
प्रदान किया जाता है । यह पुरस्कार साहित्य, कला, शिक्षा, सिनेमा, पत्रकारिता, थिएटर, गुड गवर्नेंस , पर्यावरण,
सामाजिक कार्य जैसे क्षेत्रों में बेहतरीन काम करनेवाले को नवाजा जा रहा है।
जे. पी. के सपनों के भारत और विश्व में भूख, भय, भोगवाद और भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नही थी। वह मानव की गरिमा
बढ़ानेवाली लोक एकता के पक्षधर थे । वह देश और दुनिया की नवरचना में लोकशक्ति, विशेषकर छात्रशक्ति और युवाशक्ति
की केन्द्रीय भूमिका के हिमायती थे ।
इस पुरस्कार का मकसद शिक्षा, स्वास्थ्य, आज़ाद पत्रकारिता, साहित्य, सिनेमा, कला और सामाजिक समरसता को देश
और समाज में बेहतर स्थापित करने वाले लोगों चिन्हित कर उनको सम्मानित करना है ।
यह पुरस्कार समारोह 11 अक्टूबर 2020 ई को दोपहर 2 बजे इण्डिया इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित किया गया। इस
समारोह के मुख्य अतिथि समाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल थे। विशिष्ट अतिथियों में
गांधी स्मृति के श्री रामचंद्र राही जी, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र से श्री सच्चिदानंद जोशी जी, श्रीमती रश्मि सिंह जी और
प्रसिद्ध भजन गायक श्री अनूप जलोटा जी थे।
चित्रकला के लिए मुम्बई के जे जे स्कूल ऑफ आर्ट के हेड और प्रख्यात चित्रकार श्री प्रभाकर कोल्टे, सिनेमा के लिए श्री सुभाष
घई, सांस्कृतिक पत्रकारिता के लिए श्री अजित राय, साहित्य के लिए पद्मश्री डॉ श्याम सिंह शशि और श्री राजशेखर व्यास,
शिक्षा के लिए पद्मश्री जे एस राजपूत , पर्यावरण के लिए पद्मभूषण डॉ अनिल प्रकाश जोशी , प्रसिद्ध गाँधीवादी श्री रामचन्द्र
राही को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड, सोशल सेक्टर के लिए श्री बाल्मीकि प्रसाद सिंह, मीडिया पत्रकारिता के लिए श्री
जयशंकर गुप्ता, खेल के लिए हॉकी चैंपियन श्री गुरुबख्श सिंह, शिक्षा में विशेष योगदान के लिए प्रोफेसर डॉ दयाशंकर
तिवारी, नृत्य के लिए कत्थक डांसर डॉ रमा दास और विशेष लोगों को पुरस्कृत किया गया । कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगीत
से हुई । उसके बाद भारतरत्न लोकनायक जे पी के व्यक्तित्व और सिद्धांत पर एल एन जे पी अध्ययन केंद्र के महासचिव श्री
अभय सिन्हा ने अतिथियों का स्वागत करने के बाद जे पी के सपनों को पूरा करने के लिए संस्था द्वारा किए जा रहे कार्यो को
बताया। मुख्य अतिथि श्री अर्जुन राम मेघवाल जी ने लोकनायक के मुखर वाक्य “सिहांसन खाली करो कि जनता आती है”
का संदर्भ बताते हुए जे पी की सप्त क्रांति आज साकार हो रही है और लोकनायक जयप्रकाश अध्धयन विकास केंद्र के कार्यक्रम
में यह दिख रहा है। उन्होंने कहा कि आज दो महापुरषों का जन्मदिन है। पूज्य नानाजी देशमुख के जन्मदिन पर बोलते हुए
कहा कि जब नाना जी ने चुनाव लडा तो उनकी आयु 60 से कम थी लेकिन जब उन्हे मंत्रिमंडल में लेने का प्रस्ताव आया तो
उन्होंने यह कह कर मना कर दिया कि मैंने 60 वर्ष की आयु के बाद राजनीति से बाहर रहने का संकल्प किया है इसलिए मैं
मंत्रिमंडल में सम्मिलित नहीं होउंगा ये तब उनकी मोरल अथारिटी थी।
कार्यक्रम में गांधी स्मृति के श्री रामचंद्र राही जी ने पटना में हुई पहली रैली के बारे में बताते हुए कहा कि दूसरी आजादी के
नायक लोकनायक जी ने डंडे पडने को कहा था कि ये बौराई राजसत्ता का प्रहार है।
श्री सच्चिदानंद जी ने कहा लोकनायक ने इस मार को सत्य का हल्का स्पर्श मात्र कहा और अधिक की तैयारी के लिए कहा।
उन्होंने कहा कि सत्य का स्पर्श सत्ता के प्रहारों से ही क्यूँ होता है।
इसके साथ ही सभी उपस्थित लोगों ने अनूप जलोटा जी के भथनों का आनंद लिया। कार्यक्रम में कत्थक नृत्य की मनमोहक
प्रस्तुति की गई।
राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।