भारतीयों के ‘गुड मॉर्निग’ संदेशों से गूगल हुआ परेशान
न्यूज़ गेटवे / गुड मॉर्निग / वॉशिंगटन /
पहाड़ियों पर उगते सूरज के साथ गुड मॉर्निग, खिलते फूलों के साथ गुड मॉर्निग, आध्यात्मिक तस्वीरों के साथ गुड मॉर्निग और कभी-कभी तो खुद की तस्वीर के साथ गुड मॉर्निग! ज्यादातर भारतीयों के दिन की शुरुआत ऐसे ही संदेशों से होती है, मगर इन्हीं संदेशों ने अमेरिका में कई सॉफ्टवेयर इंजीनियरों को चिंता में डाल दिया। इसके बाद गूगल ने बाकायदा इस पर शोध किया।
मामला यह है कि भारत में रोज गुड मॉर्निग के इतने संदेश भेजे जा रहे हैं कि हर तीन में से एक स्मार्टफोन की स्टोरेज क्षमता खत्म हो जाती है। चौंकाने वाली बात यह है कि अमेरिका में हर दिन सिर्फ 10 में से एक स्मार्टफोन को ऐसी समस्या से जूझना पड़ता है। भारत में स्टोरेज क्षमता प्रभावित होने का खुलासा होने के बाद गूगल ने अपने विशेषज्ञों को खोज में लगा दिया।
गूगल के मुताबिक, बीते पांच वर्ष में ‘गुड मॉर्निग’ लिखी तस्वीरें ढूंढने में 10 गुना बढ़त दर्ज की गई। सस्ते स्मार्टफोन और डाटा प्लान की मदद से लोग दिन की शुरुआत ऐसे संदेशों से ही करते हैं। यह सिलसिला सूरज निकलने के पहले से लेकर सुबह 8 बजे तक चलता है। 8 बजे तक इंटरनेट पर ‘गुड मॉर्निग’ लिखी तस्वीरें ढूंढने वाले अग्रणी लोग लाखों तस्वीरें अपने दोस्तों, परिजनों और करीबियों को भेज देते हैं।
गूगल स्टोरेज क्षमता से निपटने के लिए बीते वर्ष ‘फाइल्स गो’ एप लॉन्च कर चुका है। इसके जरिए स्मार्टफोन यूजर बेकार फाइल्स हटा सकता है और आसानी से जरूरी फाइलों की तलाश कर उन्हें साझा कर सकता है। कंपनी ने बताया कि यह एंड्रॉइड गो उपकरणों के लिए बनाई गई थी, लेकिन अब जरूरत को देखते हुए इसे गूगल प्ले स्टोर पर भी उपलब्ध किया गया है।