नानाजी देशमुख का जन्म शताब्दी समारोह

न्यूज़ गेटवे / जन्म शताब्दी समारोह /नई दिल्ली/ 

प्रधानमंत्री ने ग्रामोदय के लिए अनुसंधान और तक़नीक़ के इस्तेमाल पर ज़ोर देने वाले प्रख्यात समाजसेवी नानाजी देशमुख के जन्म शताब्दी समारोह में हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री ने नानाजी को श्रृद्धासुमन अर्पित किए। पीएम ने नानाजी देशमुख को एक कर्तव्य निष्ठ जननेता और समाजसेवी बताया। उन्होने कहा वे ऐसे नेता थे जिन्होने देश आज़ाद होने के बाद सिर्फ लोकसेवा का ही रास्ता अपनाया। उन्होने मौक़े होते हुए भी सत्ता से दूरी बनाई और सीधे लोगों के कल्याण और ग्रामविकास के लिए अपना जीवन झोंक दिया।

इस मौक़े पर उन्होने समाजसेवी और प्रख्यात जनप्रिय नेता जय प्रकाश नारायण के जन्म दिवस के मौक़े पर उन्हे भी नमन किया। उन्होंने कहा कि 1942 के आन्दोलन में लोकनायक और लोहिया सरीखे लोगों ने युवाओं को नेतृत्व दिया। आज़ादी के लिए संघर्ष किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये ऐसे जननायक रहे जिन्होने सिर्फ लोक कल्याण और ग्रामोदय के लिए ही सोचा और सत्ता से दूर रहे।

प्रधानमंत्री ने दिल्ली के पूसा में इंडियन एग्रिकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट में एक प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस प्रदर्शनी में गांव के विकास और कृषि से लेकर भू-उपयोग तक में काम आने वाले सौ से ज़्यादा यंत्र रखे गए। साथ ही इस प्रदर्शनी में गांव की बुनियादी ढांचागत सुविधाओं के विकास को दर्शाते कई अलग-अलग तरह के मॉडल भी प्रदर्शित किए गऐ। गांव तक वैकल्पिक ऊर्जा के उपयोग और आधुनिक तक़नीक़ से कृषि उत्पादन के विकास पर प्रधानमंत्री का ख़ासा ज़ोर रहा है। प्रधानमंत्री ने हिस्सा ले रहे अविष्कारकों और गांव के विकास के लिए अपने योगदान दे रहे लोगों से बातचीत कर उनसे जानकारी भी ली।

प्रधानमंत्री ने संवाद नाम से एक एप की भी शुरूआत की। इस मौक़े पर ग्रामीण सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए और इन्हे डिज़िटल करने के लिए दिशा पोर्टल का लॉन्च किया। साथ ही देश में 11 जगहों पर गांव से स्वरोज़गार प्रशिक्षण संस्थान का अनावरण भी किया।

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