घर वापसी के लिए बसों का इंतजाम होने की खबर सुन लोग उमड़े
-दिल्ली के आनंद विहार बस टर्मिनल पर हजारों की भीड़ जुटने से अफरातफरी
कोरोनावायरस का असर रोकने के लिए देशभर में 21 दिन का लॉकडाउन है, लेकिन देश की राजधानी में रह रहे लोगों के सामने अब रोजी से ज्यादा रोटी का संकट है। इस वजह से शनिवार दोपहर को गाजियाबाद में यूपी गेट बॉर्डर पर उत्तर प्रदेश लौटने वालों की भीड़ लग गई।
भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस की तैनाती करनी पड़ी। उत्तर प्रदेश सरकार हरकत में आई और उसने बसों का इंतजाम कर लोगों को रवाना करवाया। यह खबर मिलते ही शनिवार शाम तक दिल्ली के आनंद विहार बस टर्मिनल पर घर वापसी के इंतजाम होने की उम्मीद में हजारों की भीड़ जुट गई। बस टर्मिनल के बाहर लोग बसों के इंतजार में खड़े दिखे। पुलिस-प्रशासन के इंतजाम भी नाकाफी नजर आए। पुलिस अपील करती रही कि एकदूसरे से दूरी बनाकर रखें और धीरे-धीरे आगे बढ़ें, लेकिन यह अपील भी बेअसर नजर आई।
दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से लोग आनंद विहार पहुंचे
#WATCH Migrant workers in very large numbers at Delhi’s Anand Vihar bus terminal, to board buses to their respective home towns and villages1,6898:10 pm – 28 मार्च 2020Twitter Ads की जानकारी और गोपनीयता1,170 लोग इस बारे में बात कर रहे हैं
उत्तर प्रदेश के बाकी शहरों से रिपोर्ट
नोएडा: किराएदारों पर किराए के लिए दबाव डाला तो होगी जेल
कोरोना के खतरे के बीच मकान मालिक किराएदारों पर किराया वसूलने के लिए दबाव नहीं बना पाएंगे। ऐसेा करने पर उन्हें अधिकतम दो साल की सजा हो सकती है। जिला मजिस्ट्रेट बीएन सिंह ने बताया कि ऐसे मकान मालिकों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 51 के अंतर्गत दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी, जिसमें 1 वर्ष तक की सजा या अर्थदंड या दोनो हो सकता है और यदि आदेश के उल्लंघन से किसी भी तरह की जानमाल की क्षति होती है, तो यह सजा 2 वर्ष तक हो सकती है।
कानपुर: कालाबाजारी करने वालों तक ग्राहक बनकर पहुंच रही पुलिस , 18 पर एफआईआर
लॉकडाउन का फायदा उठाने वालों के खिलाफ पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। राशन और सब्जियों के निर्धारित मूल्य से अधिक कई गुना दामों पर बेचने वाले दुकानदारों पर केस दर्ज किए जा रहे हैं। ऐसे 18 मुनाफाखोरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। कालाबाजारी को रोकने के लिए पुलिस सिविल ड्रेस में ग्राहक बनकर राशन खरीदने जा रही है। ज्यादा कीमत पर खाद्य सामग्री बेचने वालों को दबोचा जा रहा है।
300 किलोमीटर पैदल चलकर पहुंचे आगरा
कई श्रमिक 3 दिन से पैदल चलकर शुक्रवार रात आगरा पहुंचे। इनमें से कुछ कानपुर के रहने वाले हैं। सभी श्रमिक आगरा पहुंचे। बताया कि पैदल घर जा रहे हैं, तकलीफ तो हो रही है, लेकिन रास्ते में खाने-पीने की व्यवस्था हो गई।
झांसी: लॉकडाउन में अहमदाबाद से हजार किमी पैदल सफर
देश में कोरोना के मरीजों की संख्या में रोज इजाफा हो रहा है। लॉकडाउन के चलते लोग घरों में कैद हैं। मजदूर घर जाने के लिए हजारों किमी का सफर पैदल तय कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला शुक्रवार देर रात झांसी में देखने को मिला। यहां तकरीबन 35 मजदूर पैदल चले जा रहे थे। उन्हें बुंदेलखंड के अलग-अलग जनपदों तक पहुंचना है।
वाराणसी: मंडियों में फुटकर व्यापारियों पर रोक
कोरोनावायरस को देखते हुए डीएम कौशलराज ने मंडियों में फुटकर व्यपारियों के जाने पर रोक लगा दी है। लाॅकडाउन के बावजूद कुछ मंडियों में लोकल लोगो की भारी भीड़ उमड़ी। इन दिनों बाजारों-मंडियों में नींबू सबसे महंगा बिक रहा है। चंदुआ सट्टी में 4 रुपए, वहीं ठेले वाले मोहल्लों-कालोनियों में 8 से 10 रुपए का एक नींबू बेच रहे है। मंडी विक्रेता बता रहे है कि नींबू में विटामिन सी और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, इसलिए ज्यादा मांग है।
गोरखपुर: चौरी चौरा में सड़कों पर पसरा सन्नाटा, सामान की डिलीवर डोर-टू-डोर
चौरी चौरा में कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सभी लोग अपने अपने घरों में स्वेच्छा रह रहे हैं। वही दूसरी तरफ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए डिप्टी कलेक्टर के नेतृत्व में लोगों तक सभी सुविधाओं को घर तक पहुचाने के लिए सभी गांवों में 6 से ज्यादा टीमों को लगाया गया है। इसमें सरकारी विभाग के अलावा दो-दो वॉलंटियर्स भी बनाए गए है। इस बीच पुलिसकर्मी जानवरों का ख्याल रखते भी नजर आए। पुलिसकर्मियों ने कुत्तों को भी खाना खिलाया, ताकि इस महामारी में उनका भी पेट भर सके।
बुलंदशहर: अन्य राज्यों से लगने वाली सीमाएं सील
बुलंदशहर में पुलिस चप्पे-चप्पे पर नजर बनाए हुए है। अधिकारियों का कहना है- सीमाओं को सील करने के बाद वहां से सिर्फ बीमार और बहुत ही जरूरत के लिए लोगों को जांच पड़ताल के बाद ही निकलने दिया जा रहा है। जो नियमों का पालन नहीं करेगा, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि दनकौर में हरियाणा की सीमा से सटे ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (केजीपी) पर जाने वाले रास्ते को अट्टा फतेहपुर, अट्टा गुजरान और मकनपुर बांगर गांव के पास बैरिकेड लगाकर सील कर दिया है।