माँ गंगा उत्सव – गंगा गान’ लाॅन्च गंगा गीत के माध्यम से माँ गंगा की स्वच्छता और अविरलता का संदेश !


देव दिवाली के पावन अवसर पर परमार्थ निकेतन में अंतर्राष्ट्रीय गंगा गान लाइव इवेंट का शुभारंभ
!


विश्व प्रसिद्ध गायकों ने किया सहभाग जीवन और मुक्ति का संदेश !


ऋषिकेश, 19 नवम्बर। आज देव दीपावली के दिव्य अवसर पर परमार्थ निकेतन गंगा तट पर होने वाली विश्व विख्यात गंगा आरती के दौरान ‘गंगा गान’ लाॅन्च किया गया।
आज देव दीपावली के पवित्र अवसर पर जब यह कहा जाता है कि श्रद्धालु गंगा माँ के जल में स्नान करने आते हैं और आज इस पावन अवसर पर पवित्र और विशेष ’गंगा गान’ एक विशाल तरीके से लॉन्च किया गया। जिसमें दुनिया भर के विश्व प्रसिद्ध गायक शामिल हुए। जिन्हें परमार्थ निकेतन गंगा तट से लाइवस्ट्रीम किया गया।
विश्व प्रसिद्ध कलाकार सनातम कौर ऋषिकेश की अपनी यात्रा के दौरान माँ गंगा का दर्शन कर अत्यंत अभिभूत हुई। उस समय उन्होंने परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष  स्वामी चिदानंद सरस्वती जी महाराज से भेंट कर आशीर्वाद लिया तब उन्हें स्वामी जी ने माँ गंगा जी के लिए एक गान लिखने हेतु प्रेरित किया ताकि पूरी दुनिया के लोगों को यह संदेश दिया जा सके कि एक साथ आकर अपनी नदियों और पर्यावरण के लिये मिलकर कार्य करना है। पूज्य स्वामी जी की प्रेरणा से गंगा गीत पूरा हो चुका है आज दुनिया के कई देशों के प्रिय भक्ति गायकों द्वारा गाया गया जिसमें कृष्णा दास, देवा प्रेमल और मितेन और सीसी व्हाइट का विशेष योगदान रहा।
गंगा गीत यह संदेश दे रहा है कि माँ गंगा हमारी माँ है, वह जीवन और मुक्ति की दाता है। इस दिव्य नदी के संरक्षण और देखभाल की नितांत आवश्यकता है। गंगा गीत को सभी कलाकारों के साथ-साथ कई वैश्विक विशिष्ट गणमान्य व्यक्तियों के साथ स्प्टम् इवेंट में शामिल किया गया, इस कार्यक्रम का विशेष भाग परमार्थ निकेतन गंगा आरती है।
गंगा गीत लॉन्च इवेंट के दौरान  स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा ‘‘यह मधुर गीत विश्व प्रसिद्ध सभी गायकों की भक्ति का सुन्दर उदाहरण है। दुनिया के कई देशों श्रद्धालु गंगा गीत के माध्यम से अपनी श्रद्धा माँ गंगा के प्रति समर्पित कर रहे हंै। आज का समारोह यह दर्शाता है कि मां गंगा न केवल भारतीयों या हिंदुओं के लिए है, बल्कि वह सभी के लिए है। अब यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम माँ गंगा को स्वच्छ रखें, अविरल और निर्मल रखने हेतु अपना योगदान प्रदान करें।
साध्वी भगवती सरस्वती जी ने कहा, ‘‘गंगा माँ हमें एकजुट करती है। हम सभी जातियों, धर्मों, रंगों और संस्कृतियों के श्रद्धालु माँ गंगा के पवित्र तट पर उनकी पवित्र गोद में बैठने और उनके जल में स्नान करने के लिए एक साथ आते हैं। माँ गंगा की कृपा से, यह गीत, सभी गायकों की प्रेमपूर्ण प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
देवा प्रेमल और मितेन ने साझा किया  ‘यह गीत पूज्य स्वामी जी और ग्लोबल इंटरफेथ वाश एलायंस की अन्तर्राष्ट्रीय महासचिव साध्वी जी के अद्भुत मार्गदर्शन और प्रेरणा का परिणाम है कि हम माँ गंगा के सम्मान में आज गंगा गीत को गा रहे हंै। माँ की अविरलता के लिये अगर हम में से हर कोई कुछ करता है, तो बहुत कुछ होगा! तो आइए नदियों की स्वच्छता जारी रखें ताकि हमारी सुंदर प्रकृति, हमारी सुंदर नदियों और महासागर प्रदूषण रहित रह सकंे। सेवा करते हुये हम जप करें और गाएं ताकि हमारी आत्मा गंगा के देवत्व को आत्मसात कर सकें।

सी.सी. व्हाइट सोल कीर्तन ने अपने विचार साझा करते हुये कहा कि यह उपचार का समय है, माँ गंगा को अपना प्यार, भक्तिभाव, आशीर्वाद और कृतज्ञता अर्पित करने का समय है। मैं मानवता की सेवा के लिये, इस चमत्कार का हिस्सा बनने के लिए पूज्य स्वामी जी और साध्वी जी का बहुत आभार व्यक्त करती हूं और सम्मानित महसूस कर रही हूँ।
गंगा गान और माँ गंगा जी की आरती में सहभाग कर सभी श्रद्धालु अभिभूत हुये।

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