संस्कारपरक शिक्षा से राष्ट्र उन्नति के शिखर पर पहुँच सकता है : संस्कृति मंत्री महेश शर्मा

एकल अभियान सम्मान समारोह 2017

लोकेश शर्मा / न्यूज़ गेटवे / एकल अभियान / नई दिल्ली / 

राष्ट्र के प्रेरणा पुरुष, यशस्वी प्रधानमंत्री के 68वें जन्मदिवस पर भारत लोक शिक्षा परिषद् द्वारा देश में चलाये जा रहे 55000 एकल विद्यालयों को वित्तीय संसाधन प्रदान करने वाले देश के उद्योगपति, कम्पनीधारकों एवं समाजसेवकों को समर्पण सम्मान समारोह में प्रसिद्ध कथावाचक श्री रमेश भाई ओझा जी और केन्द्रीय मंत्री श्री महेश शर्मा ने सम्मानित कर समाज को प्रेरणा देने का एक प्रयास किया | दिल्ली के होटल –ली- मेरिडियन में आयोजित इस कार्यक्रम में पूज्य ‘भाई श्री’ रमेश भाई ओझा, श्री रामेश्वर लाल काबरा (उद्योगपति) डॉ. महेश शर्मा (केंद्रीय राज्य मंत्री), डॉ. मधुकर गुप्ता (भा. प्र. सेवा, अतिरिक्त सचिव, उद्योग मंत्रालय) एवं श्री मांगेराम अग्रवाल के नेतृत्व में सम्मान के अनेक भामाशाहो ‘महाशताकवीरो व शाताकवीरो को सम्मानित किया गया |‘एक शिक्षक- एक विद्यालय -30 बालक’ योजना के अंतर्गत इस अभियान द्वारा केवल 20,000/- रुपये प्रति वर्ष एक एकल विद्यालय पर खर्च किया जाता है  |

पूज्य ‘भाई श्री’ रमेश भाई ओझा, डॉ. महेश शर्मा (केंद्रीय राज्य मंत्री) श्री लक्ष्मी गोयल

गत लगभग 30 वर्षो से ‘एकल अभियान’ देश के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में एकल विद्यालय योजना के द्वारा शिक्षा, स्वास्थ, विकास, ग्राम स्वराज, तथा संस्कार संबंधी पंचमुखी शिक्षा प्रदान कर रहा है|  आज सम्पूर्ण देश में लेह लद्दाख से कन्या कुमारी तथा असम से राजस्थान गुजरात तक लगभग 55,000 गांवों में एकल विद्यालयों के द्वारा शिक्षित, स्वस्थ समृद्ध भारत की लक्ष्य की प्राप्ति हो रही है | 7,000 जीवन समर्पित कार्यकर्ता गाँवों में कार्यरत है| आगामी वर्षों में एकल अभियान का पूरे देश में एक लाख विद्यालयों का लक्ष्य है |

अभियान के प्रेरणा पुंज माननीय श्याम जी गुप्ता ने श्री लक्ष्मी नारायण गोयल (एस्सेल ग्रुप) की अध्यक्षता में उपस्थित महानुभावों का मार्गदर्शन किया |

गत लगभग 30 वर्षो से ‘एकल अभियान’ देश के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में एकल विद्यालय योजना के द्वरा शिक्षा, स्वास्थ, विकास, ग्राम स्वराज, तथा संस्कार संबंधी पंचमुखी शिक्षा प्रदान कर रहा है|  आज सम्पूर्ण देश में लेह लद्दाख से कन्या कुमारी तथा असम से राजस्थान गुजरात तक लगभग 55,000 गांवों में एकल विद्यालयों के द्वारा शिक्षित, स्वस्थ समृद्ध भारत की  लक्ष्य की प्राप्ति हो रही है | 7,000 जीवन समर्पित कार्यकर्ता गाँव में कार्यरत है|…स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि यदि बालक विद्यालय आने में असमर्थ है तो शिक्षा देने के लिए विद्यालय को उसके पास जाना होगा| इस कथन को एकल विद्यालय ने चरितार्थ करते हुए देश के दूरस्थ गाँव में शिक्षा एवं विकास पहुचाया है जहाँ कोई नहीं पहुंचा था|

इस अभियान को आर्थिक संबल मिलता है देश के उद्योगपति, कम्पनिधारको, संपन्न समाजसेवको के साथ साथ प्रवासी भारतीयों, CSR के अंतर्गत आने वाले सरकारी व निजी उद्यमों से उल्लेखनीय है कि ‘एक शिक्षक- एक विद्यालय -30 बालक’ योजना के अंतर्गत इस अभियान द्वारा केवल 20,000/- रुपये प्रति वर्ष खर्च किया जाता है |

ईश्वर ने हमें जो संसाधन दिए उनसे उपार्जित धन को ईश्वर के कार्यों के निमित्त बाँटकर हमें अपने कर्तव्य का पालन करना चाहिए –रमेश भाई ओझा

अनेक भामाशाहों, दानवीरों के अप्रतिम सहयोग से यह अभियान पुष्पित व पल्लवित हो रहा है | इस प्रेरणा को और  अधिक विराट रूप देने के लिए प्रतिवर्ष लगातार 100 विद्यालयों का सहियोग देने वाले महानिभावो व संस्थानों का सम्मान इस अपेक्षा से किया जाता है कि वे अन्य समाज चिंतको को इस अभियान का हिस्सा बनाने को प्रेरित कर सकें |

आज राष्ट्र के प्रेरणा पुरुष हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री के 68वें जन्मदिवस पर इस कार्यक्रम द्वारा प्रेरणा देने का एक प्रयास किया गया |

दिल्ली के होटल –ली- मेरिडियन में आयोजित इस कार्यक्रम में पूज्य ‘भाई श्री’ रमेश भाई ओझा का आशिर्वाद प्राप्त करने वालों में श्री रामेश्वर लाल काबरा (उद्योगपति) डॉ. महेश शर्मा (केंद्रीय राज्य मंत्री) डॉ. मधुकर गुप्ता (भा. प्र. सेवा, अतिरिक्त सचिव, उद्योग मंत्रालय) एवं श्री मांगेराम अग्रवाल के नेतृत्व में सम्मान के अनेक भामाशाहो ‘महाशताकवीरो व शाताक्वीरो को सम्मानित किया गया |

इस अवसर पर पंजाब केसरी व अन्य समाचार समूहों के अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे | कार्यकर्म में अभियान के शिक्षक – कलाकारों द्वारा करतल ध्वनि के मध्य सांस्कृतिक कार्यकर्म प्रस्तुत किया गया| राष्ट्रगान एवं परस्पर – मिलन के साथ कार्यकर्म सम्पन्न हुआ |

 

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