सत्य नारायण मिश्र  / न्यूज़ गेटवे / लोकतंत्र बचाने की गुहार  / गुवाहाटी /

प्रदेश कांग्रेस ने कर्नाटक में भाजपा नेता बीएस येदुयरप्पा को मुख्यमंत्री पद की शपथ के लिए आमंत्रित करने के विरोध में शुक्रवार को यहां दिघलीपुखरी पार जोरदार धरना-प्रदश्रन कर लोकतंत्र बचाओ दिवस मनाया।

प्रदेश अध्यक्ष रिपुन बोरा के मुताबिक कर्नाटक चुनावों ने साबित कर दिया कि वहां संवैधानिक और संसदीय दोनों ही तरह के लोकतंत्र की धज्जियां उड़ा दी गई हैं। कर्नाटक चुनावों के बाद साफ हो गया था कि भाजपा के पास बहुमत नहीं था। जद(एस) और कांग्रेस गठबंधन के पास बहुमत के लिए जरूरी संख्या से कहीं अधिक विधायक होते हुए भी राज्यपाल का भाजपा नेता येदुयुरप्पा को मुख्यमंत्री पद की शपथ के लिए बुलाना तमाम लोकतांत्रिक मर्यादाओं को खुला उल्लंघन है।

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भाजपा शासन में कर्नाटक में कोई लोकतंत्र नहीं बचा। राज्यपाल का केंद्र में सत्ताधारी पार्टी के प्रति इस तरह से पक्षधर होना देश में लोकतंत्र के लिए शुभसंकेत नहीं है। इसी लिए वे सब चाहते हैं कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करें।

धरना-प्रदर्शन के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बोरा के नेतृत्व में राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन राज्यपाल प्रो.जगदीश मुखी के माध्यम से भेजा गया। ज्ञापन में कर्नाटक के राज्यपाल की ओर से येदुयुरप्पा को मुख्यमंत्री के तौर पर आमंत्रित करने के तरीके की जमकर मुखालफत की गई। ज्ञापन में पूर्व मंत्री रकीबुल हुसैन, वाजेद अली चौधरी, शरत बरकटकी, अकन बोरा व नीलमणि सेन डेका, प्रदेश कांग्रेस के महासचिव रंजन बोरा व दुर्गादास बोड़ो, उपाध्यक्ष द्विजेन शर्मा व बलीन कुली, विधायक रकीबुद्दीन अहमद व अब्ेदुर रशीद मंडल, प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष शाहनाज यास्मीन हक, अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की महासचिव बिस्मिता गोगोई, जोनाली बढ़ागोहाईं, जुरी शर्मा बरदोलै, प्रद्युत कुमार भुयां और पूर्व विधायक गुल
अख्तारा बेगम के हस्ताक्षर थे।

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