हाय रे गरीबी, बेच दी डेढ़ हजार में मासूम किलकारी!

सत्य नारायण मिश्र  / न्यूज़ गेटवे / मासूम किलकारी / गुवाहाटी /

एक तरफ राज्य सरकार एडवांटेज असमः ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट से हासिल एक लाख करोड़ के निवेश एमओयूज पर फिदा है। दूसरी तरफ राज्य में बेइन्तिहा गरीबी की दिल दहलाने वाली जानकारियां थमने का नाम नहीं ले रहीं। ताजा घटना मध्य असम के नगांव जिले से आई है। वहां एक बीमार दंपति ने अपने इलाज के लिए 18 महीने की बच्ची को महज डेढ़ हजार रुपए में एक निःसंतान दंपति को बेच दिया।

बच्ची को पुलिस की मदद से चाइल्डलाइन के सदस्यों ने निःसंतान दंपति से मुक्त करा लिया है। हालांकि जानकारी के अनुसार स्थानीय बच्ची के मां-बाप से उसे हासिल करने वाले दंपति ने अपने घर के आंगन में किलकारियां सुनने
की ख्वाहिश में उसे गोद लेने की इच्छा जताई है। बताया गया है कि पुलिस ने इसके लिए आवश्यक कानूनी प्रक्रिया के बाद निःसंतान दंपति को बच्ची वापस दिलाने का भरोसा दिया है।

घटना नगांव जिले के बरपथार गांव की बताई गई है। घोर गरीबी से घिरे बच्ची के मां-बाप का नाम गोपनीय रखा गया है। दोनों की तबीयत अक्सर खराब रहती है। दो जून के खाने के लिए भी मोहताज इस दंपति के पास इलाज के लिए पैसे कहां से आएं। सरकारी अस्पताल में दवाएं नहीं मिल रहीं।

लाचार दंपति किसी तरह कामपुर तहसील के बूढ़ापोतिया गांव के उक्त निःसंतना दंपति के संपर्क में आया, जिसने उसे बच्ची को गोद लेने की इच्छा जता डेढ़ हजार में खरीद लिया। इस घटना की खबर हर तरफ जंगल की आग की तरह फैल गई। जानकारी मिलते ही चाइल्डलाइन के कर्मी हरकत में आए और पुलिस की मदद से बच्ची को उक्त गांव में कथित दंपति के कब्जे से मुक्त कराया। फिलहाल यह खबर चर्चा का विषय बनी है।

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