वेतनभोगी वर्ग के लिए बजट में काफी कुछ : वित्तमंत्री
न्यूज़ गेटवे / वेतनभोगी वर्ग/ नई दिल्ली /
नई दिल्ली, 02 फरवरी (वेबवार्ता)। वित्त मंत्री अरूण जेटली ने संसद में बजट पेश करने के बाद गुरुवार शाम कहा कि बजट में मध्य वर्ग के लिए भी काफी कुछ है। हर साल बजट के सरप्लस को मध्यवर्ग को ही समर्पित किया जाता रहा है। वरिष्ठ नागरिक को मिलने वाला लाभ भी मध्यवर्ग को ही जाता है। उन्होंने कहा कि 5 लाख से कम वार्षिक आय वालों के लिए पहले ही टैक्स दरें काफी कम हैं।
दिल्ली में गुरुवार शाम प्रेसवार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले साल हमने 5 लाख से कम आय वालों के लिए कर में 5 प्रतिशत की कटौती की थी। भारत में कर दर दुनिया में सबसे कम है। उन्होंने कहा कि वेतनभोगी वर्ग के सहयोग को पहचान दी गई है और स्टैंडर्ड डिडक्शन के लिए 40 हजार एकमुश्त रकम तय की गई है। वेतन से हुई कुल कमाई में से इस स्टैंडर्ड डिडक्शन के बाद कर लायक आय का आंकलन किया जाता है।
श्री जेटली ने कहा कि बजट में जिन क्षेत्रों को सबसे ज्यादा मदद चाहिए उन पर ध्यान केन्द्रित किया गया है। जिसमें किसान और गरीब आते हैं। इनके लिए सरकार कई योजनाएं लाई है जिसमें उज्ज्वला और ‘मेगा हेल्थ’ योजना प्रमुख है। स्वास्थ्य की बड़ी योजना से सरकार 10 करोड़ परिवारों यानि 50 करोड़ लोगों को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करेगी। सरकार विभिन्न योजना का लाभ आमजन तक पहुंचाने के लिए विश्वास और बीमा पर आधारित मॉ़डल पर काम कर रही है।
वित्तमंत्री ने कहा कि वस्तु एवं सेवाकर के माध्यम केवल 11 महीने का राजस्व प्राप्त होने के चलते राजस्व घाटा सकल घरेलू आय का 3.2 प्रतिशत की बजाए 3.5 प्रतिशत रहा है। उन्होंने कहा कि प्रत्यक्ष कर और विनिवेश के माध्यम से इसकी पूर्ति करने का प्रयास किया गया लेकिन फिर भी घाटे की कुछ पूर्ति नहीं हो पाई। उन्होंने कहा कि ढांचागत निर्माण को महत्व दिया गया है। सरकार ने सांसदों की अपनी सेलरी खुद तय करने की प्रक्रिया बदलाव किया है। इसके अलावा आयकर प्रक्रिया को दक्ष और पारदर्शिता बनाने के लिए ई-आंकलन को महत्व दिया है।
~वेबवार्ता