राष्ट्रीय जनप्रतिनिधि सम्मेलन में बोले प्रधानमंत्री मोदी, हमारा संविधान दुनिया में विशेष
न्यूज़ गेटवे / राष्ट्रीय जनप्रतिनिधि सम्मेलन / नई दिल्ली /
विकास के मुद्दों को लेकर सांसदों, विधायकों और विधान पार्षदों का दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन शुरू हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वी फॉर डेवलपमेंट की थीम पर आधारित सम्मेलन का शनिवार को उद्घाटन किया। सम्मेलन के समापन सत्र में उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू और वित्तमंत्री अरुण जेटली शिरकत करेंगे। संसद के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रीय जनप्रतिनिधि सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमारा संविधान दुनिया में विशेष है। मोदी ने देश के 115 पिछड़े जिलों के विकास की बात करते हुए कहा कि यदि इनका सुधार हो गया तो देश का विकास अपने आप हो सकेगा। यदि किसी राज्य में कुछ जिले बहुत अच्छा कर सकते हैं तो इसका मतलब है कि सूबे में क्षमता है। लेकिन, कुछ पीछे रह गए हैं तो हमें उनका भी ध्यान देना चाहिए।
राज्य या भारत सरकार जब लक्ष्य तय करते हैं तो आसानी से नतीजे देने वालों पर जोर दिया जाता है। इसके चलते जो अच्छा करते हैं, वे तेजी से आगे बढ़ते हैं। लेकिन, जो पिछड़ जाते हैं वो और पीछे चले जाते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि देश में सबसे बड़ी समस्या बैकवर्ड का साइको है। हम सोचते हैं कि यह जिला तो पिछड़ा है, हम पिछड़े जिले से हैं। ऐसा सोचना गलत है, हमें बैकवर्ड नहीं बल्कि फॉरवर्ड की होड़ करनी चाहिए। मोदी ने कहा कि रेलवे में फस्र्ट, सेकंड और थर्ड क्लास थी, लेकिन बाद में रेलवे ने थर्ड क्लास के नाम को हटा दिया। इसकी वजह थर्ड क्लास के साइको से बाहर निकलना था। ऐसा ही पिछड़े जिलों के मामले में भी है।
संसदीय समूह की ओर से आयोजित इस सम्मेलन का मकसद देशभर के सांसदों, विधान पार्षदों और विधायकों को अपने अनुभव साझा करने, एक दूसरे से सीखने और टिकाऊ विकास के लक्ष्यों (एसडीजी) के आलोक में विकास के मुद्दों पर नजरिया विकसित करने के लिए एक मंच प्रदान करना है। सम्मेलन उन प्रतिनिधियों को खास अवसर प्रदान करता है जिनके क्षेत्रों में विकास की बड़ी संभावनाएं व आकांक्षाएं हैं। इस मौके पर विकास प्रक्रिया और संसाधनों के अधिकतम उपयोग में विधायिका के सदस्यों की भूमिका पर चर्चा होगी।