न्यूज़ गेटवे / अरविन्द केजरीवाल- कमल हासन  /चेन्नै /

राजनीति में आने की अटकलों के बीच दक्षिण भारत के मशहूर ऐक्टर कमल हासन ने गुरुवार को दिल्ली के सीएम और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की। केजरीवाल उनसे मिलने चेन्नै पहुंचे थे। मुलाकात से क्या निष्कर्ष निकला, दोनों ने इस बात का खुलासा नहीं किया। दोनों ने एक दूसरे की तारीफ की। केजरीवाल ने सिर्फ इतना कहा कि हासन को राजनीति में आना चाहिए।

मुलाकात के बाद कमल हासन ने कहा कि उनके पिता भी राजनीति से जुड़े रहे हैं। केजरीवाल की तारीफ करते हुए कमल हासन ने कहा कि करप्शन से लड़ने को लेकर आप नेता की राष्ट्रीय स्तर पर छवि है। वहीं, केजरीवाल ने कहा कि देश करप्शन और सांप्रदायिकता के दौर से गुजर रहा है, ऐसे में लाइक माइडेंड लोगों को एक साथ आना चाहिए। मुलाकात के बारे में जानकारी देते हुए केजरीवाल ने कहा कि दोनों ने विभिन्न आइडियाज शेयर किया। देश और तमिलनाडु के हालात पर चर्चा की। केजरीवाल ने कहा कि दोनों मिलना और बातें करना जारी रखेंगे।

केजरीवाल के साथ इस मीटिंग को कमल हासन कितनी अहमियत दे रहे हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनकी (कमल हासन) बेटी अक्षरा हासन ने खुद केजरीवाल का स्वागत किया। लंबे समय से कमल हसन के राजनीति में आने की बात हो रही है। ऐसे में केजरीवाल का उनसे मिलना काफी मायने रखता है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि इस मुलाकात के जरिए केजरीवाल तमिलनाडु में राजनीतिक तलाश रहे हैं। एक दिन की यात्रा के दौरान केजरीवाल चेन्नै स्थित तमिलनाडु सरकार के विश्वस्तरीय कौशल विकास केंद्र का दौरा करेंगे। बताया जा रहा है कि एक फोन कॉल के बाद दोनों की मुलाकात की भूमिका बनी।

केजरीवाल ने कहा कि देश करप्शन और सांप्रदायिकता के दौर से गुजर रहा है, ऐसे में लाइक माइडेंड लोगों को एक साथ आना चाहिए। मुलाकात के बारे में जानकारी देते हुए केजरीवाल ने कहा कि दोनों ने विभिन्न आइडियाज शेयर किया। देश और तमिलनाडु के हालात पर चर्चा की। 

जानकारों का मानना है कि कमल हसन के दिमाग में क्या चल रहा है, अभी यह कोई भी नहीं जानता है। ऐसे में इस मुलाकात के नतीजों के बारे में कुछ भी कहना काफी जल्दबाजी होगी। अटकलें तो यह भी लगाई जा रही हैं कि यदि कमल हासन अलग पार्टी बनाएंगे तो आम आदमी पार्टी उनकी सहयोगी हो सकती है। यहां यह भी बताना जरूरी है कि कमल हासन इस महीने की शुरुआत में केरल के सीएम पी विजयन से भी मुलाकात कर चुके हैं।

फिलहाल आम आदमी पार्टी की चेन्नै में पार्टी यूनिट है। साथ ही केजरीवाल के चेन्नै जाने के लेकर भी सूत्रों का कहना है कि वह भी अपनी पार्टी को देश के दक्षिणी हिस्से में फैलाना चाहते हैं। आम आदमी पार्टी दिल्ली के बाहर भी अपनी धमक का एहसास कराना चाहती है। ऐसे में चेन्नै में केजरीवाल और कमल हासन की मुलाकात नए अध्याय की शुरुआत भी हो सकती है।

आम आदमी पार्टी ने पिछले दिनों गोवा और पंजाब में भी विधान सभा चुनावों में हाथ आजमाया था। गोवा में भले ही पार्टी को कोई खास रेस्पॉन्स न मिला हो, लेकिन पंजाब में राज्य की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के तौर पर उभरी है। आम आदमी पार्टी अब गुजरात में कुछ सीमित सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। कमल हासन के साथ दिल्ली के सीएम की मुलाकत देश भर में उनकी पार्टी की मौजूदगी का अहसास करा सकती है।

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