मुकेश अंबानी के असम के लिए ये पांच संकल्प
सत्य नारायण मिश्र / न्यूज़ गेटवे / एडवांटेज असम / गुवाहाटी
रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने असम में खुदरा, पेट्रोलियम, दूरसंचार, पर्यटन और खेल सहित विभिन्न क्षेत्रों में 2500 करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि अगले तीन सालों में उनकी कंपनी यहां कम से कम 80,000 लोगों के लिए नौकरियां पैदा करेगी। अंबानी ने अगले तीन वर्षों में असम के लिए पांच प्रतिबद्धताओं की घोषणा
करते हुए कहा कि रिलायंस इस बाजार में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए अतिरिक्त 250 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। कंपनी अपने खुदरा डिवीज़न के आउटलेट को मौजूदा दो से 40 तक बढ़ाएगी, जबकि मौजूदा 27 से पेट्रोल डिपोओं की संख्या बढ़कर 165 हो जाएगी। बकौल श्री अंबानी-“हम असम के सभी 145 तहसील मुख्यालयों में नए कार्यालय खोलने जा रहे हैं। हमारा दृष्टिकोण हमेशा टिकाऊ आजीविका अवसर बनाने का रहा है और असम में 20,000 नौकरियां उपलब्ध कराने की योजना है।
असम के टेलिकाम के क्षेत्र में रिलायंस जिओ को मिली सफलता का उल्लेख करते हुए श्री अंबानी ने कहा कि दूसरे टेलिकाम आपरेटरों के लिए असम भले ही कम प्राथमिकता वाला बाजार रहा है पर रिलायंस के लिए असम का बाजार “ए’ दर्जे का साबित हुआ है। उन्होंने घोषणा की कि रिलायंस का अब पांच गुना से 1,00,000 नौकरियों तक टिकाऊ आजीविका के अवसरों को बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने घोषणा की कि रिलायंस कंपनी के सीएसआर इकाई रिलायंस फाउंडेशन पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए यहां के एक विश्वविद्यालय में वन्यजीव संरक्षण और पर्यावरण पर्यटन केंद्र स्थापित करने के लिए असम सरकार के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर करेगा। इसके अलावा आईएसएल को असम में मिली व्यापक सफलता को ध्यान में रखकर रिलायंस असम में एक विश्वस्तरीय फुटबाल अकादमी की भी स्थापना को इच्छूक है।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने असम के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के निवेशक के रूप में 5000 करोड़ रुपए लगाए हैं। कंपनी की दूरसंचार शाखा जियो में 30 लाख से अधिक उपभोर्क्ता मौजूद हैं और आने वाले महीनों में इसे कई गुना बढ़ाने का भी लक्ष्य रखा गया है। श्री अंबानी ने राज्य के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल को एडवांटेज असम-वैश्विक निवेशक सम्मेलन के आयोजन के लिए प्रशंसा की और कहा कि असम की विकास क्षमता असीम है। उन्होंने देश-विदेश से आए निवेशक प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि असम में निवेश का यह अच्छा मौका है और इस मौके का सभी लाभ
उठाएं।