माइबोंग में सात घंटे कर्फ्यू में ढील, अभी भी फंसे दो हजार यात्री
न्यूज़ गेटवे / कर्फ्यू में ढील / गुवाहाटी /
हालात सामान्य होने के सरकारी दावों के विपरीत डिमा हासाऊ जिले के माइबोंग में दो दिन से लागू कर्फ्यू में रविवार को सुबह 10 से शाम 3 बजे तक ढील दी गई। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग खरीददारी आदि के लिए सड़कों पर निकले। लेकिन गुवाहाटी से सिलचर के बीच रेल सेवा लगातार अचल होने के कारण इस रूट में फंसे यात्रियों की संख्या दो हजार से अधिक हो गई है।
इस बीच राज्य के दो मंंत्रियों केशव महंत और परिमल शुक्लवैद्य ने मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल के निर्देश पर प्रभावित इलाके का दौरा किया। उन्होंने जदिखे नाइसो होसोम, आद्सू, डीएसयू और डीएमए के नेताओं से बात कर उनकी मांगों और सुझावों को सुना। मंत्रियों ने इस बारे में बिना देर किए मुख्यमंत्री सोनोवाल को अवगत कराने का भरोसा दिया है। उक्त संगठनों के नेता सोमवार को मुख्यमंत्री से मिल सकते हैं।
इधर रेलवे अधिकारियों ने तीन दिन के लिए डिमा हासाऊ से होकर गुजरने वाली सभी ट्रेनों को निलंबित रखा है। बताया गया है कि गत दिवस हुए यात्रियों के हंगामे के बाद से अभी तक माइबोंग रेलवे स्टेशन की हालत ट्रेनों का संचालन शुरू करने लायक नहीं हुई। दिन में सात घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील के दौरान काफी संख्या में स्थानीय लोग पुलिस फायरिंग में मारे गए दोनों लोगों के घर पहुंच कर अपनी संवेदना जताई। इनमें वरिष्ठ नागरिक जेएल जिदुंग, पूर्व विधायक सामजीत हाफ्लोंग्बार भी उपस्थित थे।
इस असाधारण संकट के लिए जिम्मेदार पुलिस और प्रशासन के खिलाफ इलाके के लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। 48 घंटे के डिमा हासाऊ बंद के दौरान गत दिवस बंद समर्थकों ने कुछ स्थानों पर रेल पटरियां उखाड़ दी थीं। उनकी मरम्मत का कार्य बीते दो दिन से नहीं हो पाया। इस कारण सिलचर से गुवाहाटी के बीच रेल सेवा अभी तक बहाल नहीं हुई। हालांकि रेलवे अधिकारियों ने रविवार की शाम तक रेल ट्रैक ठीक हो जाने और रेल सेवा बहाल कर पाने की
उम्मीद जताई है।
इधर राज्य सरकार की तरफ से फंसे रेल यात्रियों को निकालने के लिए 32 बसों की व्यवस्था करने की जानकारी दी गई है। हालांकि मिली जानकारी के अनुसार इन बसों को माइबोंग पहुंचने के पहले ही नाराज स्थानीय लोगों के पथराव का
शिकार होना पड़ा। अभी भी हाफ्लोंग स्टेशन में बड़ी संख्या में यात्री हाहाकार कर रहे हैं। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश अग्रवाल और आयुक्त सचिव एयू चौधरी अन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ माइबोंग में डेरा डाले हैं। दूसरी तरफ आसू ने नगा फ्रेम वर्क समझौते को लेकर किए गए दावे पर सरकार को बिना देर किए स्थिति साफ करने को कहा है। छात्र संगठन ने कथित फ्रंटियर नगालैंड में असम के डिमा हासाऊ जिले की जमीन को भी शामिल करने का दावा करने वाले तथाकथित आरएसएस प्रचारक जगदंबा मल्ल को गिरफ्तार करने की मांग भी की है