महामहिम राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी को शिवत्व का प्रतीक रूद्राक्ष का पौधा भेंट
न्यूज़ गेटवे / प्रदूषण मुक्त ग्रीन दीपावली / नई दिल्ली /
देश के प्रथम नागरिक महामहिम राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी को स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी एवं कैलाश सत्यार्थी जी ने रूद्राक्ष का पौधा किया भेंट . सद्भाव, भाईचारा एवं पर्यावरण संरक्षण के दीप जलाने का समाज को दिया संदेश .
पौधों का रोपण कर मनायें दीपावली .’पटाखों से प्रदूषण और पेड़ों से मिलती है ऑक्सीजन’ . बच्चे, पेड़ और पानी इसी से बनंेगी देश की नई कहानी : स्वामी चिदानन्द सरस्वती
ऋषिकेश/दिल्ली। राष्ट्रपति भवन में महामहिम राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी को परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज एवं नोबेल शान्ति पुरस्कार विजेता श्री कैलाश सत्यार्थी ने शिवत्व का प्रतीक रूद्राक्ष का पौधा भेंट किया।
पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा कि इस दीपावली पर पेड़ लगायें पटाखों से बचें क्योंकि पटाखों से पर्यावरण प्रदूषित होता है, इससे निकलने वाले धुएं मंे अनेक जहरीली गैसे होती जो मनुष्य के श्वसन क्र्रिया पर विपरीत प्रभाव डालती है। इससे अस्थमा, हृदय रोग एंव ब्लड प्रेशर जैसी अनेक रोगों की सम्भावना बढ़ जाती है। उन्होने कहा कि दीपावली के अवसर पर दिलों में प्रेम, सद्भाव, भाईचारे, का दीप जलायें क्योंकि जहां अन्धेरा होता है वहां पर बुराई पनपती है; दुर्गुण पैदा होते है और जीवन अन्धकार, अभाव, पीड़ा और दुःखांे से भर जाता है। ’दीप, तमसो मा ज्योर्तिगमय’ का संदेश देता है, बाहर और भीतर प्रकाश भर देता है। उन्होने कहा कि अन्धेरे को कोसने के बजाय सद्गुणों के सहारे उससे बाहर निकलने का प्रयत्न करें। अन्धेरा कितना भी गहरा क्यों न हो वह कायम नहीं रह सकता परन्तु उसके लिये हमें दीप जलाना होगा और दीपावली उसके लिये उपयुक्त अवसर है।’
श्री कैलाश सत्यार्थी जी से चर्चा करते हुये पूज्य स्वामी जी ने कहा कि बच्चे, पेड़ और पानी इसी से बनेंगी देश की नई कहानी, मिलेगी देश को जवानी और एक नई रवानी।’
पूज्य स्वामी जी ने भीतर के वातावरण, वायु, जलवायु, एवं बाह्य वातावरण को प्रदूषण मुक्त रखने के लिये ग्रीन दीपावली मनानें का आहृवान किया। दीपावली से पूर्व पूज्य स्वामी जी ने सहयोग, समर्पण एवं सद्भाव का दीप जलाने का संदेश दिया।
आध्यात्मिक गुरू पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी एवं समाज को विकृत करने वाली बुराई से लडने वाले श्री कैलाश सत्यार्थी जी ने देश के प्रथम नागरिक, भीतर से प्रकाशित एवं सद्गुणों से युक्त महामहिम श्री रामनाथ कोविंद जी को शिवत्व का प्रतीक रूद्राक्ष का पौधा भेंट किया।