भूटान ने कोलकाता के बाद गुवाहाटी में खोला अपना दूसरा वाणिज्य दूतावास
न्यूज़ गेटवे / एक्ट ईस्ट पॉलिसी / गुवाहाटी /
पड़ोसी मित्र देश भूटान ने असम के साथ अभिन्न संबंधों को नया आयाम देते हुए शुक्रवार को यहां अपने वाणिज्य दूतावास का विधिवत उद्धाटन किया। भूटान के प्रधानमंत्री त्सेरिंग तोब्गे और असम के मुख्यमंत्री सर्वांनंद सोनोवाल ने इसे क्षेत्र में एक नए इतिहास की रचना का क्षण निरूपित कियाहै। इस अवसर पर भूटान और सिंगापुर के बीच गुवाहाटी होते हुए
विमानसेवा शुरू करने की घोषणा भी पड़ोसी देश के विदेश मंत्री ने की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक्ट ईस्ट पॉलिसी के तहत दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के साथ चहुंमुखी संबंध विस्तार की दिशा में प्रमुख केंद्र बनने जा रहे असम के मुख्य शहर गुवाहाटी में बांग्लादेश के बाद अपना वाणिज्य कार्यालय खोलने वाला भूटान दूसरा देश है। बांग्लादेश ने विगत मई माह के दौरान एक सहायक उच्चायुक्त की अगुवाई में अपने वाणिज्य कार्यालय की शुरुआत की थी। यह साढ़े चार करोड़ से अधिक लोगों की आबादी वाले पूर्वोत्तरीय भारत के प्राणकेंद्र गुवाहाटी की व्यापारिक और कनेक्टिविटी हब के रूप में बढ़ती प्रतिष्ठा का परिचायक है।
यह बात भूटानी प्रधानमंत्री दोर्जी और असम के मुख्यमंत्री सोनोवाल के संभाषणों से साफ झलकी। भूटान के प्रधानमंत्री शनिवार से यहां प्रारंभ होने वाले दो दिवसीय वैश्विक निवेशक सम्मेलन में भाग लेने आए हैं। मुख्यमंत्री सोनोवाल ने जहां भूटान और भारत के राजनयिक संबंधों का उल्लेख करते हुए भूटान और असम के मध्ययुगीन राजाओं केे सौहार्द्र पूर्ण संबंधों
का विशेष जिक्र किया। वहीं भूटान के प्रधानमंत्री दोर्जी ने अपना वाणिज्य दूतावास खोलने के लिए गुवाहाटी को बिल्कुल उपयुक्त स्थान बताया। भूटान ने इसके पहले कोलकाता में अपना वाणिज्य दूतावास खोल रखा है। नई दिल्ली में
उसका उच्चायोग भी संचालित है।
भूटान के प्रधानमंत्री ने कहा कि असम के साथ उनके देश के सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक रिश्तों की जड़ें बहुत गहरी हैं। गुवाहाटी भूटानी कारोबारियों, विद्यार्थियों और उन्नत चिकित्सा के लिए भूटान के अस्पतालों से भारत में रेफर किए जाने वाले मरीजों के लिए प्रमुख स्थान है। असम के प्रति अपने देश और देशवासियों के गहरे लगाव का जिक्र करते हुए भूटान के प्रधानमंत्री ने कहा कि भूटानी बौद्धों के लिए तो यह एक तीर्थ की तरह है। यही कारण है कि भारत के साथ 8 जनवरी 1968 को कूटनीतिक रिश्ते स्थापित करने के 50 साल बाद भी असम थिम्पू के लिए मुख्य आकर्षण का केंद्र बना है।
अपने अभिभाषण में मुख्यमंत्री सोनोवाल ने भरोसा जताया कि भारत सरकार की एक्ट ईस्ट पॉलिसी का भूटान भरपूर लाभ उठाएगा, जैसे कि हम अपनी सकल राष्ट्रीय खुशहाली को बढ़ाना चाहते हैं।
इस अवसर पर भूटान के विदेश मंत्री ने गुवाहाटी होते हुए भूटान और सिंगापुर के बीच द्रुकएयर की एक उड़ान शुरू करने की घोषणा की। अभी द्रुकएयर या रॉयल भूटान एयरलाइंस भूटान के एकमात्र अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पारो से वाया गुवाहाटी बैंकाक के लिए पीरियाडिक (अंतर्कालीन) उड़ान संचालित करती है।
भूटान सरकार दार्शनिक सकल राष्ट्रीय खुशहाली के सूचकांक के आधार पर देश
के लोगों की सामूहिक खूशी और कल्याण को मापती