बजट के बाद शेयर बाजार ! हाहाकार !!
न्यूज़ गेटवे / हाहाकार / मुंबई /
देश में नोटबंदी लागू होने के बाद बाजार में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। बाजार में गिरावट का मुख्य कारण लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स है। प्रमुख सूचकांक सूचकांक सेंसेक्स 839 अंक गिरकर 35066 के स्तर पर और निफ्टी 256 अंक की कमजोरी के साथ 10760 के स्तर पर कारोबार कर बंद हुआ है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज मिडकैप इंडेक्स में 4.34 फीसद और स्मॉलकैप में 6.06 फीसद की कमजोरी देखने को मिल रही है।
• शेयर बाजार की गिरावट में प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी से ज्यादा गिरावट मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेकस में दिखी है। छोटे और मझौले शेयर्स वाला इंडेक्स बीएसई मिडकैप में 4.03 फीसद और स्मॉलकैप में 4.65 फीसद की गिरावट देखने को मिली है।
• बाजार की गिरावट में आज निफ्टी में शुमार 51 शेयरों में 45 गिरावट के साथ बंद हुए हैं। सबसे ज्यादा गिरावट अल्ट्रा सीमेंट (5.77 फीसद), बजाज फाइनेंस (5.58 फीसद), बजाज ऑटो (5.21 फीसद), गेल (4.70 फीसद) और इंडिया बुल्स हाउसिंग फाइनेंस (4.70 फीसद) के शेयर्स में हुई है।
• बाजार की इस गिरावट में सबसे ज्यादा बिकवाली रियल्टी शेयर्स में देखने को मिली है। इसमें करीब 6.17 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है। इनमें गोदरेजप्रॉपर्टी, सोभा, ब्रिगेड, प्रेस्टीज के शेयर्स शामिल हैं।
• बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर आज कुल 533 शेयरों में लोअर सर्किट लगा। जिसके बाद इस शेयरों में ट्रेडिंग को रोक दिया गया। इनमें से 66 शेयर B कैटेगरी के थे। बाकी M, P, S, T, X जैसी कैटेगरी के थे। गौरतलब है कि शेयरों में ट्रेड होने वाले वाल्यूम के हिसाब से शेयरों को अलग अलग कैटेगरी में डाल दिया जाता है।
• जिन दो प्रमुख कंपनियों में लोअर सर्किट लगा है उनमें वैकरेंजी लिमिटेड (Vakrangee Limited) और रेलिगेयर शामिल हैं। बाकि B कैटेगरी में WENDT (इंडिया) लिमिटेड, स्पाइस मोबाइल लिमिटेड, फर्टिलाइजर्स एंड कैमिकल्स ट्रैवेंकोर लिमिटेड और गोल्ड इंफ्रा शामिल हैं।
• बजट में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सूचीबद्ध शेयरों, इक्विटी फंडों तथा बिजनेस ट्रस्टों की यूनिटों के हस्तांतरण से अर्जित एक लाख रुपये से अधिक के दीर्घकालिक कैपिटल गेन पर 10 फीसद की दर से टैक्स लगाने का प्रस्ताव किया है। बाजार विशेषज्ञ मान रहे हैं कि भारतीय शेयर बाजार में गिरावट की यह बड़ी वजह है। आपको बता दें इसमें इंडेक्सेशन का लाभ लेने की छूट भी नहीं मिलेगी। यही नहीं, अब इक्विटी फंडों की वितरित आय पर भी 10 फीसद की दर से कर लगेगा। अभी सूचीबद्ध इक्विटी शेयरों, इक्विटी फंडों तथा बिजनेस ट्रस्टों की यूनिटों से प्राप्त होने वाले दीर्घकालिक कैपिटल गेन पर किसी प्रकार का कर नहीं लगता। बीते एक-दो साल से शेयर बाजार में लगातार तेजी बनी हुई है।
• शुक्रवार के कारोबारी सत्र में डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में गिरावट देखने को मिल रही है। डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये 16 पैसे कमजोर होकर 64.18 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। गुरुवार के कारोबार में भारतीय रुपया 44 पैसे कमजोर होकर 64.02 के स्तर पर बंद हुआ ता। यह दो हफ्तों का निम्नतम स्तर था।