प्रवीण तोगड़िया ने लगाया ‘एनकाउंटर’ करने की साजिश का आरोप
न्यूज़ गेटवे / एनकाउंटर की साजिश / अहमदाबाद /
11 घंटे तक लापता रहने के बाद बेहोशी की हालत में मिले विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने मंगलवार को मीडिया के सामने रोते हुए यह स्वीकार किया कि उन्होंने राजस्थान पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए खुद ही अपने आप को गायब किया था। इसके साथ ही तोगड़िया ने आरोप लगाया कि उनका एनकाउंटर करने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि वह डरे नहीं है, बल्कि उन्हें डराने की कोशिश की जा रही है। हालांकि उनका इशारा किस तरफ है, इसको लेकर उन्होंने कुछ स्पष्ट तौर पर कहा नहीं। हालांकि यह जरूर कहा कि वक्त आने पर सबूतों के साथ वह एक बार फिर मीडिया के सामने आएंगे।
गौरतलब है कि लापता होने के करीब 11 घंटे बाद तोगड़िया सोमवार देर रात अहमदाबाद के शाही बाग इलाके में बेहोश हालत में मिले थे। उन्हें तुरंत स्थानीय चंद्रमणि अस्पताल में भर्ती कराया गया। तोगडि़या का इस हालत में मिलना चौंकाने वाला है। उन्हें जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा हासिल है।
तोगड़िया ने भावुक होते हुए बताया, मैं परसों मुंबई के कार्यक्रम में था। रात में मैं लौटा और पुलिस को कहा कि 2.30 बजे आओ। सुबह मैं पूजा पाठ कर रहा था। तभी एक व्यक्ति मेरे कमरे में आया और बोला कि तुरंत कार्यालय छोड़ दो आपका एनकाउंटर करने के लिए लोग निकले हैं। मुझे लगा कि कुछ दुर्घटना हुई तो मुझे जो होगा सो होगा, लेकिन पूरे देश में बुरी परिस्थिति खड़ी होगी। मैं बाहर निकला और पुलिस को कहा कि मैं भाग नहीं रहा हूं। मैंने ऑटो रिक्शा लिया और रास्ते में राजस्थान के गृह मंत्री से संपर्क किया। इसके बाद मैंने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया, ताकि मेरी स्थिति का पता न चले। मेरी जानकारी में मेरे खिलाफ राजस्थान में कोई केस नहीं था। पता चला कि वे मुझे गिरफ्तार करने आए हैं। मुझे कहा गया कि आप कोर्ट के सामने आ जाइये। अगर मैं राजस्थान पुलिस की पकड़ में आता तो मेरे खिलाफ लंबे समय से षड्यंत्र किया जा रहा है।
अब कहा- नहीं किया कोई गलत काम, कोर्ट में करूंगा सरेंडर
तोगड़िया ने यह भी कहा कि मैंने कोई अनैतिक काम नहीं किया है। मैं कानून का पालन करूंगा। मेरा जीवन रहे या न रहे, मैं राम मंदिर. गोरक्षा के लिए अकेला लड़ना पड़े तो लड़ता रहूंगा। यह भी कहा कि न्यायालय में आत्मसमर्पण करके न्यायपत्र का आदर करूंगा।
लगाया आरोप, आवाज दबाने का किया जा रहा प्रयास
यह आरोप भी लगाया कि मेरी आवाज दबाने का प्रयास किया जा रहा है। मैं हिंदुओं के लिए काम करता रहा हूं और करता रहूंगा। मुझे डराने का प्रयास किया जा रहा है। मेरी संपत्ति के नाम पर किताबों और भगवान के आसन के अलावा कुछ नहीं है। हालांकि कौन उन्हें डराने का प्रयास कर रहा है, इसको लेकर उन्होंने खुलकर कुछ नहीं कहा। मीडिया द्वारा इस बारे में सवाल पूछे जाने पर उन्होंने बस इतना कहा कि वक्त आने पर सबूतों के साथ एक बार फिर सामने आऊंगा।
अज्ञात व्यक्ति ने अस्पताल में कराया भर्ती
विहिप प्रवक्ता जय शाह ने बताया कि देर रात कोई अज्ञात व्यक्ति उन्हें 108 एंबुलेंस में अस्पताल में छोड़कर गया। इससे अधिक हमें भी कोई जानकारी नहीं है। इस बारे में पुलिस व अस्पताल प्रशासन भी कुछ कहने से बच रहे हैं। वैसे विहिप तोगड़िया के लापता होने का सुबह से ही दावा कर रही थी। उसका कहना था कि पुलिस ने तोगड़िया को हिरासत में लिया है, लेकिन अब वह इससे इन्कार कर रही है।
गिरफ्तार करने घर पहुंची थी पुलिस
सोमवार को दिन में ही राजस्थान और गुजरात पुलिस तोगड़िया को प्रशासनिक आदेशों की अवहेलना के एक मामले में गिरफ्तार करने पहुंची थी। पुलिस के अनुसार, तब वह घर पर नहीं मिले थे और उसे खाली हाथ लौटना पड़ा था। इसे लेकर उनके खिलाफ सोला थाने में मामला भी दर्ज किया गया।
अहमदाबाद पुलिस आयुक्त (अपराध शाखा) जेके भट्ट ने बताया था कि गंगापुर में धारा 188 के तहत दर्ज मामले में पुलिस गिरफ्तारी वारंट लेकर आई थी। इसके बाद गुजरात व राजस्थान पुलिस ने पालडी स्थित विहिप कार्यालय व तोगड़िया के निवास पर पहुंची, लेकिन वह नहीं मिले। तोगड़िया सुबह 10:45 बजे आटो में बैठकर चले गए थे। पुलिस टीम सीसीटीवी फुटेज जुटा रही है।
गिरफ्तारी की फैली खबर, विहिप ने किया प्रदर्शन
पुलिस के घर पहुंचने के बाद सोशल मीडिया में तोगड़िया की गिरफ्तारी की खबर फैल गई। इसे लेकर विहिप व अन्य हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने सोला थाने पर प्रदर्शन किया। इसके अलावा विहिप व बजरंग दल ने अहमदाबाद, कच्छ, भुज, जूनागढ़, राजकोट आदि शहरों में गुजरात व राजस्थान सरकारों और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।
राजस्थान से जुड़ा हुआ है यह मामला
तोगड़िया के खिलाफ मामला राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के गंगापुर से जुड़ा है, जहां दस साल पहले तोगडि़या ने प्रशासनिक आदेश का उल्लंघन करते हुए सार्वजनिक कार्यक्रम में कथित तौर पर भड़काऊ भाषण दिए थे।