पॉवर ग्रिड जैसे बनेगी रिवर ग्रिड: गडकरी

न्यूज़ गेटवे / जल संसाधन / नई दिल्ली /

जलसंसाधन मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद नितिन गडकरी ने कहा है कि बाढ़ की विभीषिका को कम करने के लिए व देश के हर कोने में पानी उपलब्ध कराने के लिए पॉवर ग्रिड की तरह से रिवर ग्रिड बनाई जाएगी। इससे नदियों का अतिरिक्त पानी दूसरे राज्यों को मिल जाएगा। उनका कहना था कि नदियों को आपस में जोड़ने की योजना पर तेजी से काम किया जा रहा है। पहले चरण में पांच में से तीन नदियों को आपस में जोड़ने पर काम शुरू होगा। इसकी लागत पचास हजार करोड़ रुपये की होगी। उनका कहना है कि अगले तीन माह में इस तरह के पांच प्रोजेक्टों पर काम किया जाएगा।

उन्होंने माना कि गंगा को अविरल व निर्मल करने का काम बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है, लेकिन वह पूरी कोशिश करेंगे कि गंगा फिर से पुरानी रौ में लौटे। किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध कराना भी उनकी प्राथमिकता में शामिल है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में धौलाकुआं के निकट जमीन का विवाद रक्षा मंत्रालय से सुलझ गया है। अब यातायात को बेहतर बनाने के लिए काम किया जाएगा। उनका कहना था कि 17 हाइवे कम एयर स्टि्रप बनाने का काम तेजी से किया जा रहा है। मंत्री ने बताया कि समय की जरूरत है कि ई रिक्शा अब गांवों तक पहुंचे।

बाढ़ की विभीषिका को कम करने के लिए उपाय किए जाए। जहां स्थिति नियंत्रण से बाहर हो रही है वहां नदी के किनारे पर चारदीवारी बनाई जा सकती है। एक बैठक में गडकरी ने अफसरों से कहा कि पानी के बेहतर इस्तेमाल के लिए कम लागत की योजनाएं तैयार की जानी जरूरी हैं। जल संरक्षण की दिशा में काम किया जाए तो बेहतर नतीजे मिलेंगे।

अफसरों का कहना था कि असम में बाढ़ के खतरे को कम करने के लिए ब्रह्मपुत्र नदी पर एक डैम बनाने की जरूरत है। सड़क परिवहन व जहाजरानी मंत्रालय का कार्यभार भी संभाल रहे गडकरी ने कहा कि जलशोधन के लिए नागपुर नगरपालिका के प्रोजेक्ट की तरह से योजना बनाई जा सकती है। उनका कहना था कि ऐसे कामों में आइआइटी के छात्रों को जोड़ा जाना चाहिए

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