पुलवामा में मारे गए सीआरपीएफ सैनिकों की शव यात्रा आज घर पहुंची

नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में गुरुवार शाम हुए हमले में जैश के आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों को ले जा रही बस को टक्कर मार दी, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए। शहीदों के पार्थिव शरीर शुक्रवार देर शाम पालम एयरपोर्ट पहुंचे जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री, तीनों सेनाओं के प्रमुखों और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने श्रद्धांजलि अर्पित की.

अब यहां से शहीद जवानों के पार्थिव शरीरों को उनके पैतृक गांव-शहर रवाना कर दिया गया है। यह 2016 में हुए उरी हमले के बाद सबसे भीषण आतंकवादी हमला है। केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 2500 से अधिक कर्मी 78 वाहनों के काफिले में जा रहे थे। इससे पहले आज सुबहपीएम मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक हुई। बैठक में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, तीनों सेनाध्यक्ष और CRPF के डीजी ने भाग लिया। बैठक के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि पाकिस्तान को कूटनीतिक तौर पर अलग-थलग किया जाएगा। पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस लिया जाएगा। आतंक के समर्थकों को पछताना पड़ेगा.

अण्णा हजारे की प्रतिक्रिया : नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले पर सामाजिक कार्यकर्ता अण्णा हजारे की प्रतिक्रिया आई है. सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने शुक्रवार को कहा कि सेना का ट्रक चलाने की ताकत उनमें अभी तक है. अपने अनशन के बाद वह इस समय अस्पताल में भर्ती हैं. अण्णा हजारे एक समय सेना में एक चालक थे. वह जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के एक काफिले पर आतंकी हमले पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे जिसमें कम से 40 जवान शहीद हुये हैं.                                                                                     

शहीदों के शव पालम हवाई अड्डे पर पहुंचे :कल शाम, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और निर्मला सीतारमण, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ 40 सीआरपीएफ जवानों को श्रद्धांजलि दी गई.

अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने अजित डोवाल से कहा-भारत के साथ हम खड़े हैं, आत्मरक्षा करने का पूरा अधिकार :
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने बोल्टन ने जम्मू और कश्मीर में आतंकवादी हमले के लिए अपनी संवेदना व्यक्त करने के लिए शुक्रवार सुबह अजीत डोभाल को फोन किया
उन्होंने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल से कहा कि आतंकवाद का मुकाबला करने में अमेरिका भारत के साथ खड़ा है. जानकारी के मुताबिक शुक्रवार सुबह बोल्टन ने एनएसए डोवाल से फोन पर बातचीत कर हमले में शहीद हुए जवानों के लिए दुख जाहिर किया और आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में भारत के साथ खड़े रहने और दोषियों को इसकी सजा देने का आश्वासन दिया. उन्होंने बताया कि भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार से शुक्रवार को 2 बार बातचीत हुई. बोल्टन के अनुसार आतंकवाद के मुद्दे पर हमारी राय बिल्कुल साफ है और हम पाकिस्तान के साथ भी संवाद कर रहे हैं. भारत के पास आत्मरक्षा का अधिकार पूरा है.

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