पलूशन बढ़ा तो 22 जनवरी से लागू हो सकता है ऑड ईवन
गणतंत्र दिवस पर आसियान प्रतिनिधियों को मास्क न पहनना पड़े, इसके लिए सीपीसीबी पूरी तैयारियों में है। प्रदूषण के लिहाज से दिल्ली हाई अलर्ट पर रहेगी। यह हाई अलर्ट आगामी एक हफ्ते के दौरान ही घोषित कर दिया जाएगा। प्रदूषण के खतरनाक स्थिति में पहुंचते ही इमर्जेंसी स्तर के कदम भी उठाए जाएंगे। प्रदूषण के इमर्जेंसी स्तर पहुंचने पर दिल्ली में आने वाले डीजल ट्रकों पर रोक, निर्माण कार्य पर रोक के अलावा ऑड-ईवन लागू करने जैसे कदम उठाए जा सकते हैं।
सीपीसीबी के अनुसार, इस हफ्ते प्रदूषण कंट्रोल से जुड़ी सभी एजेंसियां ऐक्टिव मोड पर काम करेंगी। प्रदूषण से संबंधित शिकायतों को कम से कम समय में दूर करना होगा। सिविक एजेंसियां पानी का छिड़काव करेंगी। डेलिगेशन के ठहरने और दौरे वाली जगहों पर विशेष टीमें प्रदूषण रोकने के लिए तैनात होंगी। सिविक एजेंसियों के अलावा सीपीसीबी की 40 क्विक रिस्पॉन्स टीमें, डीपीसीसी की टीमें सभी प्रदूषण को कम करने के लिए हर संभव कदम उठाएंगी, जिसमें पब्लिक ट्रांसपॉर्ट को भी बढ़ाना शामिल है।
दिल्ली-एनसीआर में कोयले पर चल रही इंडस्ट्री को इस दौरान बंद करने पर भी निर्णय लिया जा सकता है। इस बारे में सीपीसीबी पहले ही मिनिस्ट्री को लिख चुका है। सीपीसीबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि श्रीलंका क्रिकेट के समय सीपीसीबी को ही कटघरे में खड़ा किया गया। सभी ने सीपीसीबी से सवाल किए, ऐसे में अब इस तरह के हालात न बनें इसके लिए पूरा प्लान तैयार किया गया है।