नगालैंड की पहली महिला विधायक अवान कोन्याक
न्यूज़ गेटवे / पहली महिला विधायक / नई दिल्ली /
नगालैंड के इतिहास में इस बार पहली बार कोई महिला विधायक विधानसभा में दिखाई देने वाली है। पहली बार इस विधानसभा चुनाव में पांच महिलाओं ने अपनी किस्मत राजनीति के अखाड़े में आजमाई थी जिसमें से सिर्फ एक को सफलता हासिल हुई है जबकि चार को हार का सामना करना पड़ा है।नागालैंड के 54 सालों के राजनीतिक इतिहास में पहली बार विधानसभा चुनाव में महिला उम्मीदवारों की सक्रिय उपस्थिति दिखाई दी। आपको बता दें कि नगालैंड से पहली बार 1977 में रानो एम शैजा लोकसभा चुनाव जीत कर सांसद बनीं थीं। इस राज्य के गठन के बाद से अब तक करीब 30 महिलाओं ने चुनाव में अपनी तकदीर आजमाई लेकिन किसी को भी जीत का स्वाद नहीं मिल सका था।
नगालैंड विधानसभा चुनाव में इस बार कुल 195 उम्मीदवार मैदान में उतरे थे जिनमें से पांच महिलाएं थी। इनमें से वीडि-यू-क्रोनू और मांग्यांगपूला नेशनल पीपुल्स पार्टी से दीमापुर और नोक्सेन निर्वाचन क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतरी थीं। इनके अलावा रखीला टुनसांग सदर सीट से भाजपा की उम्मीदवार थीं। वहीं नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी ने अबोई सीट से अवान कोन्याक को मैदान में उतारा था। इसके अलावा शिजामी निर्वाचन क्षेत्र से स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर रेखा रोज डुकोरु चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रही थीं।
इनके अलावा नोक्सेन सीट पर एनपीपी की महिला उम्मीद्वार डॉक्टर मांग्यानपुला छांग को भी हार का सामना करना पड़ा है। वह इस सीट पर चौथे नंबर पर रही हैं। यहां से एनडीपीपी के सीएम छांग ने 4436 वोट हासिल करते हुए जीत दर्ज की है। वहीं मांग्यानपुला को महज 725 वोट ही मिल सके। इनके अलावा तुनसांग सदर सेकेंड सीट से भाजपा की उम्मीद्वार रहीं रखीला को भी हार का मुंह देखना पड़ा है। वह यहां पर तीसरे नंबर पर रहीं। रखिला पर भाजपा ने दूसरी बार दांव आजमाया था।