दो दिवसीय राष्ट्रीय सूचना का अधिकार सम्मेलन सम्पन्न
न्यूज़ गेटवे / सूचना का अधिकार / नई दिल्ली /
भारतीय सूचना अधिकार संस्थान द्वारा राष्ट्रीय सूचना का अधिकार सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में देश के विभिन्न क्षेत्रों से प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस अवसर पर पहले दिन मुख्य अतिथि, लोक सभा सांसद श्री जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने कहा कि सरकारी सेवक एवं जनप्रतिनिधियों के कार्य प्रणाली में पारदर्शिता लोकतंत्र में आवश्यक है।
सूचना का अधिकार जहां भारत की जनता को सजग बनाता है वहीं सरकारी सेवक को भ्रष्टाचार के राह पर चलने से रोकता है। उन्होने कहा कि सबको अपने अधिकार एवं कर्तब्य दोनों के प्रति सजग रहने की जरुरत है। दूसरे दिन के मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार एवं चिंतक तथा भारत सरकार के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के अध्यक्ष रामबहादुर राय ने सभी प्रतिभागियों को प्रतिभागी प्रमाण पत्र दिया तथा सबको शुभकामनाएं दी।
आरटीआई इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मनीष कुमार शेखर ने कहा कि सभी को सूचना का अधिकार के प्रयोग को सीखना आवश्यक है ताकि देश एवं समाज के विकास में अपना सकारात्मक सहयोग दे सके। सभी को एक सजग नागरिक के रुप में सरकार के कार्य एवं कार्य़ प्रणाली को जानना एवं सरकार की योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक लाभ दिलाने के लिए कार्य करना जरुरी है। इस अवसर पर आरटीआई विशेषज्ञ एवं लेखक डॉ. नीरज कुमार एवं ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के लोक सूचना पदाधिकारी डॉ. एन. के अग्रवाल को राष्ट्रीय आरटीआई जागरुकता पुरस्कार दिया गय़ा। समारोह मे अपने विचार ऱखने वालों में भारतीय विश्वविद्यालय परिसंघ के अध्यक्ष कुलाधिपति डॉ प्रियरंजन त्रिवेदी, सुप्रिम कोर्ट के अधिवक्ता रामनगीना सिंह, रक्षा मंत्रालय के पूर्व निदेशक एस.डी राय आदि प्रमुख थे।