दरवाजे के हैंडल, मोबाइल और लैपटॉप से भी कोरोना फैल सकता है

दुनियाभर में फैले कोरोनावायरस के बारे में सही जानकारी नहीं होने के चलते लोगों के मन में डर है। वहीं, लोग कुछ ऐसे एहतियात भी बरत रहे हैं, जो जरूरी नहीं है। जैसे- बिना सर्दी-खांसी के भी एन-95 मास्क लगाकर घूम रहे हैं। जुकाम होने पर भी उन्हें कोरोना का खतरा महसूस हो रहा है।

पहले एम्स डायरेक्टर डॉ. सरमन सिंह से सवाल-जवाब
1. मैं जो कपड़े रोजाना पहन रहा हूं, क्या उनसे संक्रमण हो सकता है?
बिल्कुल हो सकता है। आप जो कपड़े पहनकर घर से बाहर निकल रहे हैं, उन्हें घर आकर तुरंत अच्छी तरह से धोएं, क्योंकि बाहर निकलने पर हम कई लोगों से टकराते हैं। ऐसे में संक्रमण किसी के भी जरिए कपड़ों तक आ सकता है। कपड़ों पर हाथ लगाकर आप मुंह-नाक तक ले जाएंगे और संक्रमित हो जाएंगे।

2. क्या जूते-चप्पल, घड़ी से भी संक्रमण फैल सकता है?
जूते-चप्पल से संक्रमण नहीं फैलता। घड़ी पहन रहे हैं तो उसे सैनिटाइज करते रहें, क्योंकि ड्रॉपलेट्स के जरिए घड़ी तक भी संक्रमण आ सकता है।

3. क्या मोबाइल, कम्प्यूटर-लैपटॉप से भी संक्रमण हो सकता है?
बिल्कुल। इन सभी गैजेट्स को सैनिटाइज करना जरूरी है। की-बोर्ड को सैनिटाइज करते रहें। मोबाइल की स्क्रीन भी सैनिटाइज करें। हालांकि ये सब तभी हो सकता है, जब कोई संक्रमित व्यक्ति इनके आसपास रहे। संक्रमण खुद पैदा नहीं होता। कहीं न कहीं से ट्रांसमिट ही होता है।

4. क्या यह वायरस हवा में भी रहता है?
बिल्कुल रहता है। हवा से धीरे-धीरे सरफेस पर आता है। हवा में कई मिनटों तक रहता है। इसलिए बाहर न निकलने की अपील की जा रही है।

5. किसी को संक्रमण नहीं है, फिर भी उससे दूरी बनाना जरूरी है?
हर व्यक्ति से दूरी जरूरी है। घर पर हैं, तब भी परिवार के लोगों से कम से कम 1 मीटर का डिस्टेंस रखें। किसी के जरिए भी संक्रमण फैल सकता है।

6. क्या मास्क लगाना सभी को जरूरी है?
बिल्कुल जरूरी नहीं है। एन-95 को तो बिल्कुल न लगाएं क्योंकि यह डॉक्टर्स-नर्सों के लिए हैं। यदि आपको सर्दी-खांसी हो रही है तो जरूर मास्क लगाएं  ताकि दूसरे लोगों तक संक्रमण न पहुंचे। आप ऐसा मानकर चलें कि आप संक्रमित हैं। ऐसा करने से आप खुद पूरी सावधानी बरतेंगे और दूसरों से दूरी बनाए रखेंगे। लोग बिना वजह के भी मास्क लगा रहे हैं, इससे मास्क की कालाबाजारी बढ़ गई।

7. क्या डोर नॉब से भी यह वायरस आ सकता है?
इसका संक्रमण ड्रॉपलेट से होता है। अब यदि ड्रॉपलेट हवा में या किसी सरफेस पर है और आप उस सरफेस पर हाथ लगाते हैं तो इसके संक्रमण का शिकार हो सकते हैं। हालांकि, जब आप हाथ को मुंह-नाक पर लगाएंगे, तभी यह संक्रमण आपकी बॉडी में अंदर पहुंचेगा। इसलिए बार-बार हाथ धोने और हाथों को चेहरे पर न लगाने की अपील की जा रही है।

डॉक्टर रजनी कांत से सवाल-जवाब
8. कोरोनावायरस की जांच किसे करवाना चाहिए? क्या जिन लोगों को हल्का कफ-बुखार है, उन्हें भी जांच करवानी चाहिए?
हल्की सर्दी-खांसी, कफ के साथ ही यदि बुखार भी है, तब भी कोरोनावायरस की जांच करवाने की जरूरत नहीं है। जांच करवाने के दो मुख्य क्राइटेरिया हैं।  पहला, यदि आपने पिछले दिनों में विदेश का सफर किया हो। दूसरा, आप किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आए हों, जिसमें कोरोनवायरस की पुष्टि हो चुकी हो। वरना इस बदलते हुए मौसम में सर्दी-खांसी होना बहुत ही आम बात है।

9. कोरोनावायरस के संकेत कितने दिनों में दिखते हैं?
सामान्य तौर पर 5 से 7 दिनों में इसके संकेत नजर आ जाते हैं। कई बार 14 दिनों तक का भी समय लगता है। इसी कारण 14 दिन ऑब्जर्वेशन पीरियड में रखा जाता है।

10. यदि ऑफिस या घर में मेरे किसी साथी को संक्रमण हुआ है तो क्या करना चाहिए?
यदि आप उसके संपर्क में आए हैं तो तुरंत सेल्फ क्वारेंटाइन हो जाएं।

11. वायरस कितनी दूर तक मुझे अपना शिकार बना सकता है?
किसी भी संक्रमित व्यक्ति के 1 मीटर के आसपास तक आप गए हैं, तो आपके भी संक्रमित होने की बहुत ज्यादा संभावना है। वायरस के ड्रॉपलेट्स 1 मीटर के दायरे तक फैलते हैं, इसलिए कहा जाता है कि हर किसी से कम से कम 1 मीटर तक की दूरी तो जरूर बनाएं।

12. क्या अभी हॉस्पिटल में विजिट करना सेफ है?
हॉस्पिटल में विजिट कर सकते हैं, लेकिन रूटीन चेकअप या बिना वजह न जाएं। बहुत ज्यादा जरूरी हो तो ही जाएं, क्योंकि हॉस्पिटल में भीड़ होती है और यहां आप कोविड-19 या ऐसे ही किसी दूसरे वायरस के संक्रमण का शिकार हो सकते हैं।

13. क्या गर्मी बढ़ने पर कोरोनावायरस खत्म होगा?
गर्मी से वायरस खत्म हो जाएगा, यह कहना सही नहीं है। क्योंकि सिंगापुर, थाईलैंड जैसे देशों में जहां हाई ह्यूमिडिटी होती है, वहां भी इस वायरस के फैलने का मामला सामने आया है। वहीं गर्मी के मौसम में लोग शॉपिंग मॉल, मूवी थियेटर जैसी जगहों पर इकट्‌ठा होते हैं। यहां एयर कंडीशनर ऑन होता है, जिससे माहौल ठंडा बना रहता है, ऐसे माहौल में भीड़ के बीच रहने से वायरस का शिकार हो सकते हैं। इसलिए भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।

14. क्या कोरोनावायरस किसी व्यक्ति को दोबारा हो सकता है?
बिल्कुल हो सकता है, लेकिन दोबारा होने पर इसके संक्रमण का असर पहला जितना खतरनाक नहीं होगा।

15. क्या इससे सुरक्षित रहने का इकलौता विकल्प सोशल डिस्टेंसिंग ही है?
भारत के लिहाज से यही सबसे अच्छा विकल्प है। कई देशों में इसे फॉलो किया जा चुका है। जहां सकारात्मक नतीजे सामने आए हैं।

16. क्या योगा, प्रणायाम करने से इस वायरस से बचा जा सकता है?
जी नहीं, इसका कोई प्रमाण नहीं है। इम्युनिटी अच्छी होने पर कोविड-19 का खतरा थोड़ा कम हो जाता है। ऐसे में इम्युनिटी बढ़ाने के लिहाज से व्यायाम, योग किया जा सकता है।

17. ब्लड डोनर को कोरोनावायरस की जांच करवानी जरूरी है?
यदि कोई सेहतमंद है तो वह बिना किसी जांच के ब्लड डोनेट कर सकता है।

18. क्या यह एल्कोहल, गरम पानी के सेवन से मरता है?
ऐसा नहीं होता। एल्कोहल पीने से इम्यून सिस्टम और ज्यादा कमजोर होता है, जिससे संक्रमण का शिकार होने की आशंका बढ़ जाती है। सिगरेट पीते हैं तो इससे रिकवर होने में लंबा समय लग सकता है।

19. क्या हैंड सैनिटाइजर साबुन से बेहतर विकल्प है?
यदि आप रोजाना साबुन और पानी से हाथ धोते हैं तो ऐसा ही करते रहें, क्योंकि यह आपकी दिनचर्या में शामिल है और साबुन से आप अच्छे से हाथ धोते होंगे। वहीं यदि कहीं बाहर जा रहे हैं, जहां पानी की व्यवस्था नहीं है तो वहां हैंड सैनिटाइजर साथ ले जाएं। हैंड सेनिटाइजर भी पूरे हाथ में लगाएं।

20. बाहर खाना और नॉनवेज से संक्रमण हो सकता है?
इसका कोई प्रमाण नहीं है। यह जानवरों से शुरू होकर मुनष्य में आया है लेकिन नॉनवेज खाने से होता है ऐसा कोई प्रमाण नहीं है।

हवा में 3 घंटे तक कोरोनावायरस रह सकता है

  • दि न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन के अध्ययन के मुताबिक, कोरोनावायरस कॉपर पर 4 घंटे तक, कार्डबोर्ड पर 24 घंटे तक, प्लास्टिक और स्टील पर  72 घंटे तक रह सकता है। हालांकि, इन सभी पर समय बीतने के साथ ही इसकी मात्रा कम होती चली जाती है।
  • कुछ समय बाद खतरे का स्तर काफी कम हो जाता है। यूएस के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज की स्टडी के मुताबिक, संक्रमित वायरस हवा में तीन घंटे तक रह सकता है। इस अध्ययन के नतीजे न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में 17 मार्च 2020 को प्रकाशित किए गए थे।
  • यूएस जॉन्स हॉपकिंस सेंटर फॉर हेल्थ सिक्योरिटी इन मैरीलेंड के एमडी अमेश ए अदलजा कहते हैं कि मुझे संदेह है कि कपड़ों पर वायरस कुछ घंटों से  दिन तक रह सकते हैं। यह एन्वायर्नमेंट कंडीशंस पर निर्भर करता है। जैसे- टेम्प्रेचर, ह्यूमिडिटी किसी वायरस की ग्रोथ पर फर्क डालती है।

किन चीजों को रोजाना साफ करें

  • डोर, हैंडल्स, टॉयलेट्स को रोजाना अच्छी तरह से साफ करें। इसमें बाजार में मिलने वाले क्लीनर्स का ही उपयोग किया जा सकता है। ब्लीच सॉल्यूशन और कम से कम 70 प्रतिशत वाला एल्कोहल सॉल्यूशन सफाई में इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) की सिफारिशों के मुताबिक, जिन ऑब्जेक्ट्स को हम रोजाना बार-बार छूते हैं, उन्हें खासतौर से साफ  रखना जरूरी है। इसमें काउंटर्स, मेज का ऊपरी हिस्सा, दरवाजे की कुंडी, बाथरूम फिक्स्चर, टॉयलेट्स, फोन, की-बोर्ड्स, टेबलेट्स आदि शामिल हैं।
  • यदि सरफेस गंदी है तो पहले डिटर्जेंट और पानी से साफ करें। कोई भी पैकेज, सब्जी या ऐसा सामान लिया हो जिससे सरफेस हाथों से टच हुआ हो तो कम से कम 20 सेकंड तक हाथों को साबुन और पानी से अच्छी तरह से धोएं।

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