छह माह से ज्यादा से रद्द है एनजेपी-सीतामढ़ी एक्सप्रेस , कामाख्या-कटरा के फेरे बढ़ाने की मांग

सत्य नारायण मिश्र  / न्यूज़ गेटवे / फेरे बढ़ाने की मांग  / गुवाहाटी /

पिछले साल अगस्त के दौरान बाढ़ के कारण रद्द हुई न्यू जलपाईगुड़ी-सीतामढ़ी एक्सप्रेस (15723/15724) इतने माह गुजर जाने के बावजूद अभी तक शुरू नहीं हो पाई। फलस्वरूप बंगाल के सिलीगुड़ी और एनजेपी से लेकरअसम व अन्य पूर्वोत्तरीय राज्यों के यात्रियों को भीषण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

गुवाहाटी, डिब्रूगढ़, तिनसुकिया, जोरहाटा और तेजपुर सहित अरुणाचल प्रदेश तक के सीतामढ़ी, दरभंगा और मधुबनी आदि जाने वाले हजारों यात्रियों के लिए यह ट्रेन वरदान की तरह रही है। लेकिन पिछले लगभग आठ माह से इसको रद्द किए रहने के कारण लोगों को कई तरह की कठिनाइयों को पार कर अपनी यात्रा आगे बढ़ानी पड़ती है। समय और धन अधिक खर्च करना पड़ता है सो अलग।

खासकर होली के समय यहां से जाने वाले और अब होली के बाद उधर से आने वाले यात्रियों को इस ट्रेन की बड़ी कमी खल रही है। दरअसल इस रूट पर एक ही साप्ताहिक ट्रेन कामाख्या-कटरा है। कटरा से खुलने वाली इस ट्रेन में यात्रियों की बहुत अधिक भीड़ होती है और लोगों को समय से टिकट मिलना दुश्वार होता है।

इस ट्रेन को सप्ताह में दो से तीन दिन किए जाने की मांग बहुत समय से की जाती रही है। क्योंकि इस ट्रेन से काफी संख्या में पूर्वोत्तरीय राज्यों के श्रद्धालु माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जाते हैं। उधर के लोगों को कामाख्या धाम के दर्शनों के लिए यह काफी सहूलियत भरी साबित होती रही है। क्षेत्र के यात्रियों ने यह मांग भी की है कि इसे एनजेपी से गुवाहाटी तक बढ़ाया जाना चाहिए।

हालांकि इस बीच पूछे जाने पर पूर्वोत्तर सीमा रेलवे के अधिकारी ने बताया कि आगामी 4 अप्रैल से इस ट्रेन के चलने की संभावना है। संभावना के भरोसे बैठे रेल यात्रियों के लिए यह कहीं मृगतृष्णा न बन जाए, रेलवे मंत्रालय को इस पर ध्यान देना चाहिए।

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