चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि किम बीते रविवार से बुधवार तक चीन के गैर सरकारी दौरे पर थे

न्यूज़ गेटवे / उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग / बीजिंग /

उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के गोपनीय दौरे से चीन ने बुधवार को पर्दा उठा दिया। चीन ने कहा कि इस दौरे पर किम की राष्ट्रपति शी चिनफिंग से भी मुलाकात हुई। किम ने परमाणु निरस्त्रीकरण और अमेरिकी अधिकारियों से मिलने का वादा किया है। चिनफिंग ने भी उनसे वादा किया कि चीन दुनिया में अलग-थलग किए गए अपने इस पड़ोसी देश के साथ दोस्ताना संबंध बनाए रखेगा।

दो दिनों से जारी अटकलों के बाद चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि किम बीते रविवार से बुधवार तक चीन के गैर सरकारी दौरे पर थे। वह विशेष हरे रंग की ट्रेन से चीन आए थे। 2011 में सत्ता संभालने के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा है। विश्लेषकों का मानना है कि उनका यह दौरा अमेरिका और दक्षिण कोरिया के साथ आगामी शिखर सम्मेलन की तैयारी के मद्देनजर था। उत्तर कोरिया की सरकारी न्यूज एजेंसी केसीएनए ने भी किम की चीन यात्रा की पुष्टि की।

लेकिन परमाणु निरस्त्रीकरण के वादे या अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ मई में प्रस्तावित उनकी मुलाकात का कोई जिक्र नहीं किया। चीनी विदेश मंत्रालय के अनुसार, ‘किम जोंग उन ने चिनफिंग से कहा कि कोरियाई प्रायद्वीप में हालात सुधर रहे हैं क्योंकि उत्तर कोरिया ने तनाव दूर करने के लिए शांति वार्ता की पहल की है। उत्तर कोरिया, अमेरिका के साथ वार्ता का इच्छुक है। किम ने यह भी कहा कि अगर दक्षिण कोरिया और अमेरिका सद्भावना के साथ हमारे प्रयास का जवाब दें तो कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु निरस्त्रीकरण के मसले का समाधान हो सकता है।’

उत्तर कोरिया का करीबी सहयोगी है चीन

चीन पारंपरिक तौर पर उत्तर कोरिया का करीबी सहयोगी है। लेकिन हाल के समय में दोनों देशों के संबंध बिगड़ गए थे। इसका कारण उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार बनाने की जिद और उसके खिलाफ संयुक्त राष्ट्र के सख्त प्रतिबंधों का चीन द्वारा समर्थन किया जाना था।

 

उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन हरे रंग की विशेष ट्रेन से सोमवार दोपहर को चीन की राजधानी पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि किम ने 21 बोगी वाली इस ट्रेन में चीन के सीमावर्ती शहर दानदोंग से बीजिंग का 1100 किलोमीटर का सफर तय किया। आमतौर पर इस सफर में 14 घंटे लगते हैं। ऐसी ही ट्रेन से किम के दिवंगत पिता किम जोंग इल भी विदेश यात्राएं करते थे। इल ने भी 2011 में इसी तरह की ट्रेन से चीन का दौरा किया था। कहा जाता है कि इल के पास छह प्राइवेट लक्जरी ट्रेन थीं।

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