अंजलि गुप्ता

न्यूज़ गेटवे / कला कला के लिए / नई दिल्ली / 

देश भर से भाग ले रहे कलाकारों के 325 स्टॉल्स, 800 से भी ज्यादा कलाकार, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र का विशाल कैंपस, शाम के वक्त रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम। अंतरराष्ट्रीय कला मेला इतने बड़े पैमाने पर पहली बार हो रहा है। अगर कला मेले को बारीकी से देखें तो इसमें महिला कलाकारों की भूमिका पुरुषों की अपेक्षा ज़्यादा है।

कला मेले का आनंद लेते हुये हमारी निगाह टिकी स्टॉल नो। 76 में जहां कलाकार अंजली गुप्ता से बातचीत हुई। उनकी भावप्रधान सुंदर कलाकृतियों ने मन मोह लिया।

अंजलि गुप्ता मजलिस कला समूह की भी सदस्या है जो समूह में मिलकर अपनी कलाकृतियों की प्रदर्शिनी लगाती रहती हैं। राष्ट्रीय कला केन्द्र में आयोजित मेले में उनसे जानकारी मिली की इस मेले में स्वयं से सीखे हुये कलाकारों की अच्छी ख़ासी संख्या है। अंजली रंगो के साथ तमाम नवीन प्रयोग करती है और एकरेलिक माध्यम में अमूर्त पेंटिंग बनाती हैं। उनकी पेंटिंग कुछ खास बात नज़र आती है, कहीं उम्मीद तो कहीं ज़िंदगी तो कहीं प्रकृति की चिंता।

अंजलि ने बताया की अधिकतर कलाकार हौसला अफजाई चाहते हैं और अगर उनकी पेंकेटिंग बि भी तो कलाकारों को और प्रोत्साहन मिलेगा लेकिन कला प्रेमियों का आवागमन आशा के अनुरूप नहीं हैं। 4 फरवरी से लेकर 17 फरवरी तक चलने वाले इस मेले में देखने के लिए बहुत कुछ है अगर आप कला के पारखी और कला प्रेमी हैं तो इस मेले में ज़रूर अपनी शिरकत करें।

You may have missed

Subscribe To Our Newsletter