प्रेरणा जगाती प्यारी सी बेटी का नाम है प्रिंसी

सत्य नारायण मिश्र  / न्यूज़ गेटवे / प्रेरणा जगाती प्रिंसी / गुवाहाटी /

यूं तो जिंदगी ने उसे लाखों अन्य विशेष रूप से सक्षम लोगों की तरह बचपन से ही जिंदगी की दुश्वारियों से रू-ब-रू कराना शुरू कर दिया था। लेकिन अपनी असाधारण लगन व आत्मबल के भरोसे आज वह हर किसी के आदर और सम्मान की पात्र बन गई है। उसका नाम है, प्रिंसी गोगोई।

प्रिंसी अभी बीस की भी नहीं हुई। लेकिन यहां के सुपरिचित नेमकेयर हॉर्ट इन्स्टीट्यूट एंड सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल की विशेष पहचान बन गई है। समाज जिन्हें कदाचित अन्यथा अर्थों में विशेष रूप से सक्षम कहता है, उनके लिए बिना किसी पर आश्रित हुए पूरी गरिमा के साथ सिर उठाकर जीने का रास्ता दिखा दिया है।

रेल और बस यात्राओं के टिकट में रियायत अथवा छूट के लिए गलत तरीके से पास बनवा लेने वालों की देश में कमी नहीं है। सार्वजनिक जगहों पर शारीरिक कमी दिखा भीख मांगने वालों की भी कमी नहीं है। लेकिन अपने दोनों हाथ नहीं
होने और चलने में भी कुछ दिक्कत होने के बावजूद प्रिंसी नेमकेयर जैसे नामचीन अस्पताल में बड़ी संख्या में पहुंचने वाले विजिटर्स को मदद करती नजर आती है तो माथा सिर से उठ जाता है और कई बार अपने जीवन में आने वाली मामूली दुश्वारियों से परेशान होने की मनोदश पर शर्म भी आती है।

अपने पैरों को ही हाथ बना लेने वाली प्रिंसी सचमुच की राजकुमारी है। एक प्यारी-सी और अपने प्रति विशेष आदर भाव पैदा करने वाली मुस्कान के साथ मे आई हेल्प यू डेस्क का प्रभार संभाले प्रिंसी फोन काल्स अटेंड करने से लेकर मरीजों के प्रिस्क्रेप्शन पर नाम लिखने और अन्य सभी अपने कर्त्तव्य किसी से भी ज्यादा सफलता से निभाती है।

नेमकेयर हॉर्ट इन्स्टीट्यूट एंड सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक डॉ. हितेश बरुवा प्रिंसी को अपने संस्थान के लिए प्रेरणा का स्रोत मानते हैं तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है। बचपन से असीम कठिनाइयों, स्कूल में नाम लिखने तक से मना कर दिए जाने की अथाह पीड़ा को झेलने वाली इस बेटी ने सचमुच में हर किसी को सोचने पर मजबूर कर दिया है।

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