कमल हासन-रजनीकांत नई पारी के लिए तैयार

न्यूज़ गेटवे / कमल हासन-रजनीकांत / नई दिल्ली / 

तमिलनाडु की सियासत में दक्षिण की दो मशहूर फिल्मी चेहरे कमल हासन और रजनीकांत दस्तक देने को तैयार हैं। द्रविण आंदोलन के जरिए डीएमके ने जहां कांग्रेस की व्यवस्था को चुनौती दी थी, वहीं डीएमके के खिलाफ एम जी रामचंद्रन ने एआइएडीएके के जरिए और जबरदस्त टक्कर देते हुए अपनी मौजूदगी दर्ज करा दी।

तमिलनाडु की सियासत में इन दोनों दलों को टक्कर देने के लिए कई राजनीतिक दलों का जन्म हुआ लेकिन सत्ता की चाभी डीएमके और एआइएडीएमके तक सीमित रही। एम जी रामचंद्रन के निधन के बाद जे जयललिता ने उनकी कमी को भरने की कामयाब कोशिश की। लेकिन जयललिता के निधन के बाद जब एआइएडीएमके में टूट हुई तो तमिलनाडु की राजनीति में कुछ नए चेहरों को राज्य की तस्वीर बदलने का मौका नजर आया और उनमें से  कमल हासन और रजनीकांत प्रमुख हैं। लेकिन सवाल ये है कि क्या ये दोनों लोग एक साथ मिलकर तमिलनाडु को विकल्प दे सकेंगे। इस बीच कमल हासन ने 21 फरवरी को रामेश्वरम से शुरू होने वाली यात्रा से पहले एमडीएमके चीफ से मुलाकात की। हालांकि इससे  पहले उन्होंने डीएमके संस्थापक करुणानिधि से भी मुलाकात की थी।

कमल हासन 62 साल के हैं और उन्हें उनके प्रशंसक उलंगा नायगन कहते हैं जिसका मतलब होता है विश्व का हीरो कमल हासन के फैन क्लब को ‘नरपानी इयेक्कम’ कहा जाता है और इसका मतलब होता है अच्छे काम के लिए आंदोलन। उनके फैन क्लब कई तरह के सामाजिक कल्याण के काम करते है पर रजनीकांत फैन क्लब की तरह अपने स्टार की पूजा में विश्वास नहीं रखते हैं।

 

कमल हासन कई प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय अवॉर्ड भी जीत चुके हैं। उन्होंने कई फिल्मों में गाना भी गाया है। वो शास्त्रीय संगीत और भरतनाट्यम में भी कुशल हैं। उनकी कई फिल्मों से विवाद भी जुड़ा रहा है। उन्होंने अलग-अलग विषय पर कई फिल्में भी की हैं जैसे आतंकवाद के खिलाफ जंग पर फिल्म ‘विश्वरूपम’, मुस्लिम पहचान और मानवता दिखाती हुई फिल्म ‘हे राम’ और आस्था पर सवाल उठाती हुई फिल्म ‘दशावतारम’ और ‘अनबे शिवम ‘ है। लेकिन ये देखना होगा कि क्या कमल हासन के पर्दे पर निभाए गए किरदार उनको वोट दिला पाते हैं, क्या वो राजनीति में फिल्मी पर्दे का जादू बरकरार रख पाते हैं ? कमल हासन ने बताया कि यह केवल एक शिष्टाचार मुलाकात थी। मैं अपने राजनीतिक यात्रा के बारे में उन्हें सूचित करने के लिए आया था। उन्होंने मुझे अपनी शुभकामनाएं दीं।

कमल हासन 21 फरवरी को अपनी नई पार्टी का ऐलान करने वाले हैं। रजनीकांत पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि उनकी पार्टी आगामी तमिलनाडु विधानसभा की सभी 234 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। ऐसे में भले ही दोनों इसे एक औपचारिक मुलाकात बता रहे हैं, लेकिन तमिलनाडु के राजनीतिक गलियारे में इसने हलचल मचा दी है। रजनीकांत इससे पहले भी कमल हासन के साथ गठबंधन का संकेत दे चुके हैं। पिछले महीने एक कार्यक्रम में हासन के साथ मंच साझा कर रहे रजनी ने कहा था कि जब मैंने कमल हासन से पूछा कि राजनीति में सफल होने के लिए क्या करते हैं, तो उन्होंने मुझसे कहा कि मेरे साथ आओ तब मैं आपको बताऊंगा कि इसके लिए क्या करना है।’

कमल हासन सिर्फ तमिल फिल्मों के लिए ही नहीं हिंदी फिल्मों में भी अपने बेहतरीन किरदारों के लिए जाने जाते हैं। कमल हासन को तीन राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं। उन्हें साल 1990 में पद्म श्री और 2014 में पद्म भूषण से भी नवाज़ा जा चुका है। उनका 5 भाषाओं में 19 फिल्मफेयर अवॉर्ड मिलने का रिकॉर्ड है। 2000 में आखिरी बार अवॉर्ड लेने के बाद उन्होंने और अवॉर्ड न देने का अनुरोध किया था। तमिल फिल्मों के दूसरे सुपरस्टार रजनीकांत के उलट कमल हासन राजनीतिक पार्टियों से अपने संबंधों पर खुलेआम बोलते आए हैं।

रजनीकांत ने इसी साल मई में राजनीति में आने की बात कही थी।अपने और रजनीकांत के रिश्तों के बारे में बोलते हुए हासन कहते हैं कि दोनों के बीच दोस्ताना प्रतिस्पर्धा होगी और वो एक दूसरे पर व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं करेंगे, जैसे कि पहले तमिलनाडु की राजनीति में होता रहा है। कमल हासन के प्रशंसकों की संख्या 5,00,000 के क़रीब है जो एक व्यवस्थित तरीके से समुदायिक सोच के साथ काम करते हैं।

हालांकि ये संख्या रजनीकांत के फैन्स से बहुत कम है। रजनीकांत के 50,000 से अधिक फैन क्लब्स हैं। और साथ ही बहुत बड़ा प्रशंसकों का आधार है जो अपने आप में एक वोट बैंक की तरह काम करता है। कमल हासन के फैन क्लब की तरफ से जारी एक बयान में बताया गया कि कमल हासन आम राजनेता नहीं हैं, जो लोगों के सामने नाटक करते हों, पर समाज के लिए उन्होंने इयेक्कम के जरिए कई काम किए हैं।

कमल हासन ट्वीटर पर भी सक्रिय हैं। उनको 20 लाख लोग फ़ॉलो करते हैं। हाल ही में दिए, प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छ भारत अभियान और नोटबंदी की तारीफ वाले उनके इंटरव्यू पर भी लोगों ने कई सवाल उठाए। हालांकि अक्सर वो साफ बोलते हैं। लेकिन कभी-कभी स्तब्ध कर देने वाली बातें भी कह जाते हैं और ये जनता को अपील नहीं करती है। एक राजनीतिक जानकार का कहना है कि वो रजनीकांत की तरह चतुर हैं, लेकिन कभी कभी पहेली वाली भाषा में बात करते है, जो आम जनता के समझ से परे होती है।

कमल हासन तमिलनाडु में वकीलों के उच्च ब्राह्मण परिवार से आते हैं। उनके गांव का नाम परामाकुडी हैपिछले पचास सालों में उन्होंने जो कुछ हासिल किया है वो उनकी असाधारण प्रतिभा और जुनून को दर्शाता है। बाल कलाकार के तौर पर उन्होंने 1960 में पहली फिल्म की और अब तक अलग-अलग भाषाओं में 200 से अधिक फिल्मों में काम कर चुके हैं।

रजनीकांत ने हालांकि अभी पार्टी के नाम का ऐलान नहीं किया है लेकिन उन्होंने यह संकेत जरूर दे दिया है कि वह अगले विधानसभा चुनाव में सभी 234 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।

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