इनोवेशन चैलेंज कॉम्पिटिशन, मोबाइल ऐप बनाओ और 25 लाख तक इनाम पाओ
चीन के 59 मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगाने के बाद केंद्र सरकार ने अब देश के युवाओं को खुद से ऐप बनाने के लिए प्रोत्साहित किया है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ”ऐप इनोवेशन चैलेंज कॉम्पिटिशन” लॉन्च किया। उन्होंने एक पोस्टर के जरिए इसकी जानकारी दी।
इस कॉम्पिटिशन के पहले विजेता को 25 लाख, दूसरे विजेता को 15 लाख और तीसरे विजेता को 10 लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा। निर्णायक मंडल अपनी ओर से 3 और पुरस्कार का ऐलान भी कर सकता है। इसमें पहले विजेता को 5 लाख, दूसरे को 3 लाख और तीसरे विजेता को दो लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।
मोदी बोले- पूरी दुनिया को तकनीकी समाधान देते हैं हमारे युवा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”आज टेक्नोलॉजी और स्टार्ट-अप को लेकर भारत में शानदार माहौल है। यह पूरी दुनिया में भारत को गौरवान्वित करता है। हमारे देश के युवा हर क्षेत्र में तकनीकी समाधान देते हैं। कोरोना संकट ने हमें नई चुनौतियां दी हैं। ऐसी स्थिति में तकनीक के सहारे हम दिन प्रतिदिन अपने जीवन को सुधार सकते हैं।”
मोदी ने कहा- मैं भी आपके बनाए ऐप का इस्तेमाल कर सकता हूं
प्रधानमंत्री ने लिंक्डइन पर लेखा लिखा, ” युवाओं की सोच और प्रोडक्ट्स को स्थान देने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, अटल नवप्रवर्तन मिशन के साथ मिलकर ”आत्मनिर्भर भारत ऐप इनोवेशन चैलेंज’ को शुरू कर रहा है। यह दो कैटेगिरी में है। पहला यह कि मौजूदा समय यूज हो रहे ऐप को बेहतर करके उसे प्रमोट करिए और दूसरा नया ऐप डिजाइन करिए। ऐसा बनाइए कि मैं भी आपके बनाए ऐप को यूज करूं और देश की जनता भी उसका लाभ उठा सके।”
मोदी ने अपने लेख में ये भी लिखा-
- मैं टेक्नोलॉजी क्षेत्र के अपने सभी मित्रों से इसमें भाग लेने का आग्रह करता हूं।
- इन दिनों हम स्टार्ट-अप और टेक्नोलॉजी क्षेत्र में स्वदेशी ऐप के बारे में नयी सोच के साथ काम करने, उन्हें विकसित करने और प्रचारित करने के लिए बड़ी दिलचस्पी और उत्साह देख रहे हैं।
- आज जब पूरा देश आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में काम कर रहा है, तो उनके प्रयासों को दिशा देने, उनके परिश्रम को गति प्रदान करने और प्रतिभा को मार्गदर्शन देने का सही अवसर है ताकि वे ऐसे ऐप विकसित कर सकें जो हमारे बाजार को संतुष्ट करें और साथ ही दुनिया से स्पर्धा करें।
- क्या हम ऐप के माध्यम से परंपरागत भारतीय खेलों को और अधिक लोकप्रिय बनाने के बारे में सोच सकते हैं?
- क्या हम प्रशिक्षण, गेम के लिए सही आयु वर्ग के लिहाज से लक्षित पहुंच वाले ऐप विकसित कर सकते हैं?
- क्या हम लोगों को पुनर्वास में या परामर्श देने के लिए गेम वाले ऐप विकसित कर सकते हैं?
- ऐसे कई सवाल हैं और रचनात्मक तरीके से केवल प्रौद्योगिकी इनका जवाब दे सकती है।
प्रतियोगिता से जुड़ी जरूरी बातें
- 18 जुलाई तक प्रतियोगिता के लिए innovate.mygov.in पर आवेदन कर सकते हैं।
- 8 कैटैगिरी में ऐप बना सकते हैं। ऑफिस के कामकाज के लिए, सोशल नेटवर्किंग ऐप, ई-लर्निंग ऐप, न्यूज, गेम्स, मनोरंजन, हेल्थ एंड वेल्थ, बिजनेस और एग्रीटेक से जुड़े ऐप बना सकते हैं।
- प्रतियोगिता में केवल भारतीय उद्यमी और युवा प्रतिभाग कर सकते हैं।